भारत की सीमित ओवरों वाली टीम में अपनी पहचान बना चुके जसप्रीत बुमराह ने शुक्रवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में टेस्ट डेब्यू किया. इसके साथ ही बुमराह भारत के 290वें टेस्ट क्रिकेटर बन गए हैं.
24 साल के बुमराह ने साउथ अफ्रीका की पहली पारी के 33वें ओवर की आखिरी गेंद पर एबी डिविलियर्स (65 रन) को बोल्ड कर मेजबान को बड़ा झटका दिया. इसके साथ ही उन्होंने डिविलियर्स-डु प्लेसिस की खतरनाक होती जोड़ी को तोड़ने में सफलता हासिल की. दोनों ने 114 रन जोड़े.
Proud moment for @Jaspritbumrah93 as he receives his Test cap from #TeamIndia Skipper @imVkohli #FreedomSeries #SAvIND pic.twitter.com/H7s4w8gSmh
— BCCI (@BCCI) January 5, 2018
बुमराह डेब्यू मुकाबलों में दिग्गजों का शिकार करने में माहिर हैं. और उन्होंने डिविलियर्स का विकेट लेकर टेस्ट में भी इसे दोहराया. इससे पहले उन्होंने 26 जनवरी 2016 को टी-20 इंटरनेशनल में डेब्यू करते हुए डेविड वॉर्नर का विकेट लिया था. जबकि 23 जनवरी 2016 को वनडे में डेब्यू करते हुए स्टीव स्मिथ को पवेलियन की राह दिखाई थी. मजे की बात है कि आईपीएल में बुमराह का पहला शिकार विराट कोहली बने थे.
बुमराह के पहले विकेट
टेस्ट- एबी डिविलियर्स
वनडे - स्टीव स्मिथ
टी-20- इंटरनेशनल - डेविड वॉर्नर
आईपीएल- विराट कोहली
FACTS-
अपने विशेष एक्शन और यॉर्कर के कारण सीमित ओवरों में काफी सफल रहे बुमराह ने अब तक 31 वनडे मैचों में 56 और 32 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 40 विकेट लिए हैं.
दिलचस्प बात यह है कि बुमराह को सीमित ओवरों की इस सफलता के आधार पर टेस्ट टीम में जगह दी गई, क्योंकि उन्होंने पिछले एक साल के दौरान कोई प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला.
बुमराह ने अपना आखिरी प्रथम श्रेणी मैच रणजी ट्राफी सेमीफाइनल के रूप ठीक एक साल पहले एक से चार जनवरी 2017 को गुजरात की तरफ से झारखंड के खिलाफ नागपुर में खेला था.
बुमराह ने अब तक 26 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 25.33 की औसत से 89 विकेट लिये हैं.
वह दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सातवें भारतीय हैं. उनसे पहले अजय जडेजा, प्रवीण आमरे (1992-93), डोडा गणेश (1996-97), वीरेंद्र सहवाग, दीप दासगुप्ता (2001-02) और जयदेव उनादकट (2010-11) ने भी दक्षिण अफ्रीका में ही अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था.