Jasprit Bumrah India vs Australia: पीठ की चोट के कारण एशिया कप नहीं खेलने वाले भारतीय स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में जगह मिली है. इसके अलावा वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली दोनों घरेलू सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है.
मगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में खेले गए पहले टी20 मुकाबले में बुमराह को प्लेइंग-11 में शामिल नहीं किया गया था. इसका खामियाजा टीम को हार के साथ भुगतना पड़ा. मैच में बुमराह की कमी काफी खली थी. बताया गया था कि बुमराह पूरी तरह से फिट नहीं थे.
टीम मैनेजमेंट ने कहा था कि फिट होकर लौटे बुमराह को हम सीधे मैच में नहीं खिला सकते हैं. यह रिस्क हो सकता है. इसलिए बुमराह को थोड़ा समय दिया गया था. हालांकि अब फैन्स के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है. जसप्रीत बुमराह को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दूसरे मैच में खिलाया जा सकता है.
टीम मैनेजमेंट रिस्क नहीं लेना चाहता था
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) सूत्रों के हवाले से क्रिकबज ने बताया, 'टीम मैनेजमेंट बुमराह को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहता था. यही वजह थी कि उन्हें मोहाली मैच में नहीं खिलाया गया. मगर अब बुमराह ने नेट प्रैक्टिस में जमकर पसीना बहाया है. वह पूरी तरह से एक्शन में नजर आ रहे हैं.' बता दें कि बुधवार को टीम इंडिया ने प्रैक्टिस नहीं की, क्योंकि वह इस दिन मोहाली से नागपुर पहुंची थी.
बता दें कि यदि दूसरे मैच के लिए भारतीय प्लेइंग-11 में बुमराह को शामिल किया जाता है, तो इसके लिए उमेश यादव या हर्षल पटेल को आराम दिया जा सकता है. टीम मैनेजमेंट भुवनेश्वर को बैठाना नहीं चाहेगा.
Touchdown Nagpur 📍🧡#TeamIndia | #INDvAUS pic.twitter.com/Odt7nFjlTe
— BCCI (@BCCI) September 21, 2022
मोहाली मैच के बाद पंड्या ने दिया था अपडेट
हार्दिक पंड्या ने मोहाली मैच में हार के बाद बुमराह को लेकर कहा था, ‘हम सभी जानते हैं कि वह क्या कर सकते हैं और वह हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण हैं. थोड़ी बहुत चिंताएं हो सकती हैं (गेंदबाजी के बारे में), लेकिन इसमें कोई समस्या नहीं है. हमें अपने खिलाड़ियों पर भरोसा करना है. ये देश में सर्वश्रेष्ठ 15 खिलाड़ी हैं और इसलिए वे टीम में हैं.’
उन्होंने कहा, ‘जसप्रीत के वहां नहीं होने से काफी फर्क पड़ता है. वह चोट के बाद वापसी कर रहे हैं, उनके लिए यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें वापसी के लिए पर्याप्त समय मिले और खुद पर ज्यादा दबाव नहीं डाला जाए.’