भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 5 साल के मीडिया अधिकारों के लिए 48,390 करोड़ रुपये का अभूतपूर्व राजस्व हासिल किया है. इसके बावजूद सचिव जय शाह आश्चर्यचकित नहीं हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि क्रिकेट की सबसे चर्चित टी20 लीग के पास और योगदान देने की क्षमता है . उन्होंने कहा कि आईसीसी के अगले ‘एफटीपी’ में आईपीएल के लिए ढाई महीने का समय होगा.
IPL मीडिया अधिकारों के लिए आक्रामक बोली
जय शाह ने पीटीआई कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के अगले भविष्य दौरा कार्यक्रम (FTP) में आईपीएल के लिए ढाई महीने का विंडो (समय) होगा. आईपीएल मीडिया अधिकारों के लिए आक्रामक बोली के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा, ‘हमने जिस तरह के आंकड़े हासिल किए हैं, उससे मैं वास्तव में खुश हूं. यह भारतीय क्रिकेट की अभूतपूर्व विकास क्षमता को दर्शाता है.’
उन्होंने कहा, ‘डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने से भारत में क्रिकेट को देखने के तरीके को बदल दिया है. इसका प्रमाण डिजिटल अधिकारों की बोली में देखने को मिला.’ बीसीसीआई ने इस बार मीडिया अधिकार के लिए आधार मूल्य 32,500 करोड़ रुपये रखा था जो पांच साल पहले के मुकाबले दोगुना था. और शाह इससे अधिक रकम हासिल करने को लेकर आश्वस्त थे.
ताकि सभी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर भाग ले सकें
उन्होंने कहा, ‘बीसीसीआई को कभी नहीं लगा कि आधार मूल्य बहुत ज्यादा है. आपको यह समझने की जरूरत है कि 2018 में 60 मैच थे. अगले चक्र के लिए, हमारे पास 410 मैच होंगे. आपको डिजिटल प्रभावों की भी जांच करने की आवश्यकता है. 2017 में लगभग 56 करोड़ डिजिटल दर्शक थे और 2021 में यह संख्या 66.5 हो गई. आप आने वाले वर्षों में इसके और भी बढ़ने की उम्मीद करते हैं.’
2027 में आईपीएल में 94 मैच खेले जाएंगे और इसके प्रबंधन तथा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर इसके असर के बारे में शाह ने कहा, ‘यह एक ऐसा पहलू है जिस पर हमने काम किया है. आपको बता दें कि अगले आईसीसी एफटीपी कैलेंडर से आईपीएल में ढाई महीने की आधिकारिक विंडो होगी, ताकि सभी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर भाग ले सकें. हमने विभिन्न बोर्डों के साथ-साथ आईसीसी के साथ भी चर्चा की है.’
दर्शकों की संख्या में गिरावट की बातों को खारिज किया
आईपीएल की दर्शक संख्या में 30 प्रतिशत गिरावट की बातों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ‘2020 और 2021 में आईपीएल की व्यूअरशिप बहुत अधिक इसलिए थी क्योंकि कोविड-19 के दौर में क्रिकेट का सीधा प्रसारण मनोरंजन का अच्छा माध्यम था. इस साल जब कोविड-19 का असर कम हुआ तो लोग घर से बाहर निकलने लगे. लेकिन इससे व्यूअरशिप में कोई कमी नहीं आई. लोगों ने रेस्टोरेंट और पब जैसी जगहों पर मैचों का लुत्फ उठाया. डिजिटल माध्यमों में दर्शकों की संख्या काफी बढ़ी है. आईपीएल के लंबे सत्र के कारण भारत का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्रभावित होगा, लेकिन शाह ने कहा कि बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को लेकर प्रतिबद्ध है.
उन्होंने कहा, ‘भारतीय क्रिकेट तब तक मजबूत रहेगा जब तक विश्व क्रिकेट मजबूत रहेगा. मैं आपको इसका आश्वासन देता हूं. बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए प्रतिबद्ध है और यह केवल भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया या भारत बनाम इंग्लैंड जैसी बड़ी सीरीज के बारे में नहीं है, हम छोटे देशों के साथ भी खेलने के लिए प्रतिबद्ध हैं. सभी प्रारूपों में सभी द्विपक्षीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का सम्मान किया जाएगा. हम इसी महीने आयरलैंड के खिलाफ दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे हैं.’