श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा लगाए गए दो साल के प्रतिबंध को खेल के भले के लिए स्वीकार करते हैं. इस प्रतिबंध के बाद 49 साल के जयसूर्या 2021 तक क्रिकेट से जुड़ी किसी भी तरह की गतिविधि में भाग नहीं ले सकते हैं.
आईसीसी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि जयसूर्या को आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) की दो संहिताओं के उल्लंघन का दोषी पाया है. जयसूर्या द्वारा जारी बयान के मुताबिक, 'मुझे जो सजा दी गई है, उसे मैं क्रिकेट के प्रति प्यार की खातिर, इसके भले और इसकी ईमानदारी को बनाए रखने के लिए स्वीकार करता हूं.'
— Sanath Jayasuriya (@Sanath07) February 26, 2019
जयसूर्या पर लगा प्रतिबंध श्रीलंका में क्रिकेट में एसीयू के भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी जांच का एक हिस्सा है. एसीयू ने हाल ही में श्रीलंकाई क्रिकेट के संबंध में एक माफी योजना का आयोजन किया था, जिसके परिणामस्वरूप 11 खिलाड़ी सामने आए थे. जयसूर्या को जिन दो धाराओं के उल्लंघन का दोषी पाया गया है, उनमें से एक जांच में सहयोग न करने तथा दूसरी समय पर जरूरी दस्तावेज मुहैया न कराने के हैं.
श्रीलंका चयन समिति के पूर्व मुखिया जयसूर्या ने कहा, 'एसीयू द्वारा दी गई सजा मेरे द्वारा समय पर मांग न पूरी करने पर दी गई है, जिसमें मैंने जांच में सहयोग नहीं किया था और एसीयू द्वारा मांगे जाने पर अपना सिम कार्ड तथा आईफोन तुरंत उनके सुपूर्द नहीं किया था. यह साफ है कि मेरे ऊपर किसी तरह से भ्रष्टाचार, सट्टेबाजी और आंतरिक जानकारी का गलत उपयोग करने के आरोप नहीं हैं.'
जयसूर्या ने हालांकि काफी देर बाद सिम कार्ड और आईफोन एसीयू को दे दिए थे. उन्होंने कहा, 'मैं इस बात को दोहराता हूं कि मैंने अपने क्रिकेट करियर में हमेशा खेल की ईमानदारी को बनाए रखा है. मैंने हमेशा अपने देश को पहले रखा है और क्रिकेट को पसंद करने वाली जनता इस बात की सबूत है.'