भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में एक पारी और 132 रनों से धमाकेदार जीत हासिल की थी. भारत ने मुकाबले के तीसरे दिन कंगारू टीम को दूसरी पारी में महज 91 रनों पर ढेर कर दिया था. इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है. अब सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 17 फरवरी से दिल्ली में खेला जाएगा.
दूसरे मुकाबले से पहले टीम इंडिया में बड़ा बदलाव हुआ है. अब बीसीसीआई ने दूसरे टेस्ट मैच के लिए तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट को टीम से रिलीज कर दिया है. यह निर्णय भारतीय टीम प्रबंधन से परामर्श करके लिया गया है. जयदेव उनादकट सौराष्ट्र की ओर से रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेलेंगे. फाइनल मैच 16 फरवरी से ईडन गार्डन्स के मैदान पर बंगाल और सौराष्ट्र के बीच खेला जाना है.
बीसीसीआई की ओर से प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, 'अखिल भारतीय वरिष्ठ चयन समिति ने भारतीय टीम प्रबंधन के परामर्श से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए जयदेव उनादकट को भारतीय टीम से रिलीज करने का फैसला किया है. जयदेव अब सौराष्ट्र की टीम में शामिल होंगे, जिसने 16 फरवरी से कोलकाता के ईडन गार्डन्स में बंगाल के खिलाफ खेले जाने वाले रणजी ट्रॉफी फाइनल के लिए क्वालिफाई किया है.'
NEWS - Jaydev Unadkat released from India’s squad for 2nd Test to take part in the finals of the Ranji Trophy.
More details here - https://t.co/pndC6zTeKC #TeamIndia pic.twitter.com/8yPcvi1PQl— BCCI (@BCCI) February 12, 2023
जयदेव उनादकट सौराष्ट्र टीम के कप्तान हैं. उनकी अनुपस्थिति के बावजूद सौराष्ट्र ने सेमीफाइनल मुकाबले में कर्नाटक को चार विकेट से हराकर पांचवीं बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनाई है. 2019-20 सीजन की चैम्पियन टीम सौराष्ट्र को सेमीफाइनल मैच के पांचवें दिन जीत के लिए आवश्यक 115 रन बना दिए. खास बात यह है कि 2019-20 के रणजी सीजन में भी सौराष्ट्र और बंगाल के बीच ही फाइनल मुकाबला हुआ था.
जयदेव उनादकट ने साल 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में अपना टेस्ट डेब्यू किया था. जयदेव उनादकट को फिर काफी लंबे इंतजार के बाद पिछले साल दिसंबर में बांग्लादेश के खिलाफ अपने करियर का दूसरा टेस्ट मैच खेलने का चांस मिला था. 31 साल के जयदेव उनादकट साल 2013 में भारत के लिए सात वनडे मुकाबले भी खेल चुके हैं, जहां उनके नाम पर आठ विकेट दर्ज हैं.