भारत की तरफ से श्रीलंका बोर्ड प्रेसिडेंट इलेवन के खिलाफ सेंचुरी जड़ने वाले अजिंक्य रहाणे ने गुरुवार को कहा कि उनकी रणनीति तीन टेस्ट मैचों की सीरीज शुरू होने से पहले लंबी पारी खेलने की थी.
भारत ने रहाणे के नॉटआउट 109 रन की मदद से पहले दिन का खेल खत्म होने तक छह विकेट पर 314 रन बनाए हैं. रहाणे ने कहा, 'पिच से गेंदबाजों को मदद मिल रही थी. किसी भी बल्लेबाज के लिए पहले 20 से 25 मिनट काफी अहम थे. इसलिए शुरू में मैंने सतर्कता बरती लेकिन मेरा इरादा शुरू से सकारात्मक रहा.'
'मुंबई जैसा है यहां का विकेट'
उन्होंने कहा, 'जब मैंने 20-25 रन बना लिए तो मैं लंबी पारी खेलने के बारे में सोचने लगा. टेस्ट सीरीज से पहले इस तरह की पारी खेलना अहम है.' रहाणे ने कहा कि यहां की परिस्थितियां भी भारत जैसी ही हैं. उन्होंने कहा, 'परिस्थितियों में बहुत अंतर नहीं है. खासकर मुंबई से आने के बाद मुझे नहीं लगता कि इनमें बहुत अंतर है. महत्वपूर्ण यह है कि जो भी क्रीज पर पांव जमा ले वह लंबे समय तक बल्लेबाजी करे. यह इस सीरीज में इन पिचों पर अहम होगा. यहां परिस्थितियां आपके लिए चुनौती पेश करेंगी इसलिए अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना अहम होगा.'
'मेरी नजर सेंचुरी पर नहीं थी'
रहाणे ने कहा, 'लेकिन मेरी निगाह सेंचुरी पर नहीं थी. इसके बजाय मैं जितना संभव हो सके क्रीज पर टिके रहना चाहता था. इसके साथ ही मैं सकारात्मक क्रिकेट भी खेलना चाहता था. पिछले एक दो वर्षों से मैं जहां भी खेलता हूं मेरा इरादा सकारात्मक क्रिकेट खेलना होता है और यहां भी मैं इसे जारी रखना चाहता हूं.'
'पुजारा के साथ साझेदारी अहम थी'
रहाणे ने चेतेश्वर पुजारा (42) के साथ पांचवें विकेट के लिए 134 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी करके टीम को बीच में मिले झटकों से उबारा. उन्होंने कहा, 'उस समय हमारी स्थिति अच्छी नहीं थी और इसलिए यह महत्वपूर्ण साझेदारी थी. पुजारा ने बेहतरीन बल्लेबाजी की. यहां तक कि टेस्ट सीरीज में भी इस तरह की साझेदारियां महत्वपूर्ण होंगी क्योंकि एक या दो ऐसी साझेदारियां मैच का रुख बदल सकती हैं. इसलिए टीम के लिए ये साझेदारी काफी महत्वपूर्ण हैं.'