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अफगानिस्तान को पूरी तरह से अपने कब्जे में लेने के बाद तालिबान की नजर अब वहां के क्रिकेट बोर्ड पर है. ये खूंखार आतंकी संगठन काबुल स्थित अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) के ऑफिस में दाखिल हो चुका है, जिसकी तस्वीर सामने आई है.
तालिबान के इन आतंकियों के साथ पूर्व क्रिकेटर अब्दुल्लाह मजारी भी हैं. बता दें कि अब्दुल्लाह मजारी बाएं हाथ के स्पिनर हैं. उन्होंने अफगानिस्तान के लिए 2 वनडे मैच भी खेले हैं. इसके अलावा वह 21 फर्स्ट क्लास मैच, 16 लिस्ट ए और 13 टी20 मुकाबले भी खेले हैं. अब्दुल्लाह मजारी शपागीजा टी20 लीग की टीम काबुल ईगल्स से भी खेल चुके हैं.
एसीबी ने दुनिया को दिलाया था भरोसा
इससे पहले अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दुनिया को इस बात का भरोसा दिलाया था कि तालिबानी खौफ के बीच भी खेल को नुकसान नहीं पहुंचेगा. एसीबी के सीईओ हामिद शेनवारी ने यह दावा किया था कि क्रिकेट को इससे कोई नुकसान नहीं होगा. क्योंकि तालिबान इस खेल को ‘पसंद’ करता है और इसका समर्थन करता है.
शेनवारी ने कहा, ‘तालिबान क्रिकेट को प्यार करता है. शुरुआत से ही उन्होंने हमारा समर्थन किया है. वे हमारी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करते.’ अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद देखना होगा कि एसीबी महिला क्रिकेट के कार्यक्रमों का कैसे संचालन करता है. वर्तमान में 25 महिला क्रिकेटरों का एसीबी के साथ करार है.
Islamic Emirates Taliban have arrived in Afghanistan Cricket Board headquarters in Kabul accompanying by former national cricketer #AbdullahMazari too.#AFGvPAK pic.twitter.com/8uc7ix00I9
— M.ibrahim Momand (@IbrahimReporter) August 19, 2021
तालिबान ने कहा है कि वे इस्लामी कानून के तहत महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करेंगे, लेकिन उन्होंने इस बात का कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है कि वे महिलाओं के खेल के साथ कैसा व्यवहार करेंगे.
तालिबान ने अपने पिछले कार्यकाल में ज्यादातर महिलाओं और लड़कियों को काम करने या स्कूल जाने से रोक दिया था. वह महिलाओं को बुर्का पहनने और साथ में एक पुरुष रिश्तेदार के साथ ही बाहर जाने की इजाजत देता था.
वहीं, अफगानिस्तान के स्टार क्रिकेटर्स राशिद खान और मोहम्मद नबी की बात करें तो वे वर्तमान में इंग्लैंड में द हंड्रेड टूर्नामेंट खेल रहे हैं. दोनों खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के बाकी बचे मैचों में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भी खेलेंगे.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) भी अफगानिस्तान के हालात पर नजर रखे हुए है और उन्हें उम्मीद है कि देश के खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग में हिस्सा लेंगे.
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘अभी प्रतिक्रिया देना जल्दबाजी होगी, लेकिन हम नजर रखते हुए हैं. हमारे लिए कुछ भी नहीं बदला है और हम उम्मीद करते हैं कि राशिद और अफगानिस्तान के अन्य खिलाड़ी आईपीएल का हिस्सा होंगे.’
अफगानिस्तान को एक सितंबर से पाकिस्तान के खिलाफ कोलंबो में तीन मैचों की एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सीरीज खेलनी है. शेनवारी ने कहा कि सभी निर्धारित द्विपक्षीय सीरीज होंगी और आईपीएल में खेलने वाले तीनों खिलाड़ियों राशिद, नबी और मुजीब को बोर्ड से एनओसी मिल गई है.