टीम इंडिया के लिए पहली बार 1983 में वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव ने सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को आड़े हाथों लिया है. कपिल ने दोनों निशाने पर लेते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेटर 15 साल पहले भी टीम इंडिया का कोच बनने के लिए तैयार थे लेकिन तब गांगुली और द्रविड़ ने ऐसा होने नहीं दिया.
कपिल ने देव ने गांगुली पर कटाक्ष करते हुए कि जब वो कप्तान थे तो उन्हें टीम इंडिया के लिए भारतीय कोच नहीं चाहिए था और अब वो टीम इंडिया के लिए भारतीय कोच की वकालत कर रहे हैं. आपको बता दें कि टीम इंडिया के कोच डंकन फ्लेचर का कार्यकाल मई में खत्म हो रहा है और बीसीसीआई को टीम के लिए नए कोच की तलाश है.
टीम इंडिया के कोच के लिए सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और रवि शास्त्री के नाम पर चर्चा हो रही है. कपिल देव से जब पूछा गया कि द्रविड़ और गांगुली दोनों रिटायर हो चुके हैं और अगर उन्हें टीम इंडिया का कोच बनाया जाए तो यह कैसा रहेगा? कपिल ने तल्ख शब्दों में कहा, 'कुछ साल पहले जो क्रिकेटर रिटायर हुए थे वो भी इस पद के लिए तैयार थे. लेकिन सौरव गांगुली और बाकी तब टीम इंडिया के लिए भारतीय कोच के पक्ष में नहीं थे. मुझे समझ नहीं आ रहा कि वो अब क्यों भारतीय कोच के पक्ष में हैं.'
कपिल से जब भारतीय कोच के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'भारतीय कोच 15 साल पहले भी तैयार थे और आज भी तैयार हैं. मुझे नहीं पता कि उन्होंने तब भारतीय कोच क्यों नहीं चुना और अब क्यों चुनना चाहते हैं.'
कपिल ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि टीम इंडिया भारतीय कोच चाहती है या नहीं. मैं इस सेट अप में शामिल नहीं हूं तो मैं कोई टिप्पणी भी नहीं कर सकता.'