केरल की टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई है. केरल ने गुजरात के खिलाफ पहली पारी की बढ़त के आधार पर फाइनल में एंट्री ली. पहली पारी के आधार पर केरल को महज दो रनों की लीड मिली, जो निर्णायक साबित हुई. अब फाइनल में केरल का सामना विदर्भ से होगा. रणजी ट्रॉफी 2024-25 का फाइनल 26 फरवरी से नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में होना है.
अजरुद्दीन का शतक... फिर जलज-आदित्य का कमाल
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल में केरल की टीम ने पहले बैटिंग करते हुए मोहम्मद अजहरुद्दीन के शानदार 177 रनों की मदद से पहली इंनिग्स में 457 रन बनाए थे. जवाब में गुजरात ने प्रियांक पांचाल के शानदार शतक (148 रन) की बदौलत पहली पारी में 455 रनों का स्कोर खड़ा किया.
देखा जाए तो गुजरात को खेल के पांचवें एवं आखिरी दिन (21 फरवरी) लीड हासिल करने के लिए सिर्फ 28 रनों की जरूरत थी और उसके तीन विकेट बाकी थे. लेकिन स्पिनर आदित्य सरवते ने बाकी के तीनों विकेट चटकाकर केरल को निर्णायक बढ़त दिला दी. सरवते और जलज सक्सेना में मिलकर केरल के लिए पहली पारी में आठ विकेट चटकाए. फिर केरल ने अपनी दूसरी पारी में चार विकेट पर 114 रन बनाए, जिसके बाद दोनों कप्तानों ने मुकाबले को आगे ना जारी रखना ही उचित समझा.
विदर्भ ने मुंबई को किया पस्त
उधर विदर्भ ने दूसरे सेमीफाइनल में मुंबई को 80 रनों से हराया. नागपुर में खेले गए इस मुकाबले में मेजबान विदर्भ ने पहले बैटिंग करते हुए 383 रन बनाए. जवाब में मुंबई की पहली पारी 270 रनों पर सिमटी. यानी पहली पारी के आधार पर विदर्भ को 113 रनों की अहम लीड मिली. इसके बाद विदर्भ ने अपनी दूसरी पारी में 292 रनों का स्कोर खड़ा किया.
अब मुकाबले में मुंबई को जीत के लिए 406 रनों का टारगेट मिला था, जिसका पीछा करते हुए मेहमान टीम खेल के पांचवें एवं आखिरी दिन 325 रनों पर सिमट गई. विदर्भ की टीम दो बार रणजी ट्रॉफी जीत चुकी है. जबकि एक बार वो उपविजेता रही. अब विदर्भ की कोशिश तीसरी बार खिताब जीतने पर होगी, जबकि केरल की टीम पहली बार चैम्पियन बनना चाहेगी.