KL Rahul T20 World Cup 2022: भारतीय टीम के स्टार ओपनर केएल राहुल अब अपनी लय में लौट आए हैं. ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप खेल रही टीम इंडिया के लिए यह अच्छी खबर है. राहुल ने वर्ल्ड कप में बुधवार को बांग्लादेश के खिलाफ चौथा मैच खेला, जिसमें ताबड़तोड़ अंदाज में फिफ्टी लगाई.
साथ ही राहुल ने इसी मैच में फील्डिंग के दौरान एक डायरेक्ट थ्रो से खतरनाक प्लेयर लिटन दास को भी रनआउट किया. इस मैच से पहले राहुल ने तीन मुकाबलों में सिर्फ 22 रन बनाए थे. फिफ्टी लगाने के बाद राहुल प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमोशनल नजर आए. उन्होंने कहा कि टीम जो चाहती है, जब में वह कर देता हूं, तो चैन की नींद सो सकता हूं.
टीम ने मुझे एक भूमिका सौंपी है: केएल राहुल
राहुल से मैच के बाद पूछा गया कि लगातार खराब शॉट खेलकर आउट होने के कारण वह पिछले एक सप्ताह में कैसा महसूस कर रहे थे, उन्होंने कहा, 'मेरी भावनाएं अच्छी थी. हम सभी यहां खेलने को लेकर उत्साहित थे और पिछले एक साल से विश्वकप की तैयारी कर रहे थे. मैं अच्छा प्रदर्शन करूं या ना करूं मैं हमेशा शांत बने रहने की कोशिश करता हूं.'
भारतीय उपकप्तान ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'टीम ने मुझे एक भूमिका सौंपी है और अगर टीम मुझसे जो चाहती है मैं उसे करने में सफल रहता हूं तो फिर चैन की नींद सो सकता हूं. यह हमारे लिए महत्वपूर्ण मैच था. हम सभी योगदान देना चाहते थे. आज मेरे पास मौका था. हमारे लिए प्रत्येक मैच में किसी न किसी खिलाड़ी ने योगदान दिया है.'
मुश्किल हालात में खुद को तैयार रखना सीखा है
भारत पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप में जल्दी बाहर हो गया था और राहुल के अनुसार इसके बाद टीम ने मुश्किल परिस्थितियों से निपटने के लिए कड़ी तैयारी की. उन्होंने कहा, 'हमने वास्तव में मुश्किल परिस्थितियों के लिए खुद को तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की. इसलिए जब समय आया तब हम मुश्किल परिस्थितियों में अपनी रणनीति पर अमल कर सकते हैं.'
.@imVkohli bagged the Player of the Match award as #TeamIndia beat Bangladesh in Adelaide. 👌 👌
— BCCI (@BCCI) November 2, 2022
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डायरेक्ट थ्रो से रनआउट करने को लेकर क्या कहा?
लिटन दास को सीधे थ्रो पर आउट करने के बारे में राहुल ने कहा, 'हम सभी ने अपने फील्डिंग पर कड़ी मेहनत की है. हमने तेजी से थ्रो करने पर भी काम किया. गेंद मेरे पास आई और मैंने उसे तेजी से स्टंप तक पहुंचा दिया.' अर्शदीप सिंह को आखिरी ओवर दिए जाने के बारे में उन्होंने कहा, 'बांग्लादेश को 20 रनों की जरूरत थी और कप्तान ने उसे चुना, क्योंकि उसके यॉर्कर सही लग रहे थे और उसका आत्मविश्वास भी बढ़ाना था.'