KL Rahul and Axar Patel: रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 3 मैचों की घरेलू वनडे सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली है. अब तीसरा मुकाबला 12 फरवरी को अहमदाबाद में होगा. मगर शुरुआती दोनों वनडे मैचों में भारतीय टीम के बैटिंग कॉम्बिनेशन से कई दिग्गज और फैन्स नाराज नजर आए हैं.
खासकर विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल को छठे नंबर पर भेजने और उनके ऊपर 5वें नंबर पर अक्षर पटेल को उतारने से. तीसरा मुद्दा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को बाहर बैठाने का भी रहा है. पंत की जगह राहुल को मौका दिया. मगर उनको काफी नीचे बैटिंग में भेजा जा रहा है.
रवि शास्त्री ने भी इस पर नाराजगी जताई
भारत और इंग्लैंड के बीच कटक में दूसरे वनडे मुकाबले के अंत में कैमरे ने कुछ समय के लिए डग-आउट में बैठे ऋषभ पंत को दिखाया, जबकि इस दौरान मैदान पर केएल राहुल छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे थे. राहुल को इस मैच में पंत पर तरजीह मिली थी इसलिए उनका बल्लेबाजी क्रम में इतना नीचे आना हैरानी भरा था.
कमेंट्री पर रहे रवि शास्त्री गेंदबाजी ऑलराउंडर अक्षर पटेल की जगह राहुल जैसे शीर्ष क्रम के विशेषज्ञ बल्लेबाज को छठे नंबर पर उतारने को लेकर अपनी भावनाओं को जाहिर करने से खुद को नहीं रोक पाए. शुरुआती दो मैच में अक्षर को 5वें नंबर पर उतारा गया.
भारतीय क्रिकेट में कई लोगों ने शास्त्री की भावनाओं को साझा किया और यह भी आश्चर्य व्यक्त किया कि अगर प्रबंधन राहुल से ऊपर अक्षर को भेजने के लिए बाएं और दाएं हाथ के बल्लेबाजी संयोजन के फॉर्मूले पर अड़ा रहता है तो पंत जैसे विस्फोटक खिलाड़ी का क्या होगा.
अगर नतीजों पर गौर करें तो मुख्य कोच गौतम गंभीर सही साबित होते हैं क्योंकि अक्षर ने शुरुआती दो मैच में 52 और नाबाद 41 रन बनाए, लेकिन वह ऐसे समय पर बल्लेबाजी करने उतरे जब भारत जीत की ओर बढ़ रहा था.
'कुछ सवालों के जवाब देने होंगे'
शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, 'भारतीय टीम अगले मैच और चैम्पियंस ट्रॉफी में टीम के कॉन्बिनेशन के बारे में सोच रही होगी. ऋषभ पंत बेंच पर बैठे हैं. कुछ सवालों के जवाब देने होंगे.'
पंत ने 31 वनडे मुकाबलों में 33 से कुछ अधिक की औसत से 871 रन बनाए हैं जो काफी अच्छे आंकड़े नहीं हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों मे क्रिकेट के मापदंड बदल गए हैं. किसी खिलाड़ी का खेल के किसी चरण में किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है, यह भी देखना होगा.
अगर राहुल को ऐसे खिलाड़ी के तौर पर देखा जा रहा है जो वनडे में 30वें या 35वें ओवर के बाद बल्लेबाजी के लिए आएगा तो इस बात की पूरी संभावना है कि पंत उनसे ज्यादा प्रभाव डाल सकते हैं.
'गौतम हमेशा टीम की जरूरतों को देखते हैं'
राहुल ने नंबर-6 पर 4 पारियां खेली हैं, जिसमें उन्होंने 46 गेंदों पर 42 रन बनाए हैं. उनका उच्चतम स्कोर 31 है. पंत ने दो मैचों में 45 रन बनाए हैं. उन्होंने इन दो मैचों में 46 गेंदों का सामना किया, जिसमें 28 रनों उनका उच्चतम स्कोर रहा. साथ ही इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि क्या राहुल की बल्लेबाजी क्षमताओं का नंबर छह पर पूरा उपयोग हो रहा है.
भारतीय गेंदबाजों ने दोनों वनडे में इंग्लैंड को कोई मौका नहीं दिया है, लेकिन 2023 वनडे वर्ल्ड कप में 5वें नंबर पर 500 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज राहुल ऐसी स्थिति में बल्लेबाजी के लिए आ रहे हैं जो शायद उनकी खेल शैली के अनुकूल नहीं है.
गंभीर की रणनीतियों को करीब से देख चुके एक पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने पीटीआई को बताया, 'गौतम हमेशा टीम की जरूरतों को देखते हैं और उन्हें राहुल नंबर-6 पर उपयुक्त लगता है क्योंकि इससे उन्हें बाएं-दाएं हाथ के बल्लेबाजों के संयोजन को बरकरार रखने में मदद मिलती है. अक्षर ने 5वें नंबर पर रन बनाए हैं और इससे पंत मुश्किल स्थिति में आ गए हैं.'
उन्होंने कहा, 'अगर वे इस बल्लेबाजी संयोजन पर विचार कर रहे हैं तो उन्हें (पंत को) शामिल करना मुश्किल होगा.' कई लोगों को यह बात हैरान कर रही है कि वनडे में 5वें क्रम और सलामी बल्लेबाज के रूप में अपना सर्वश्रेष्ठ देने वाले राहुल गेंदबाजी ऑलराउंडर से नीचे कैसे बल्लेबाजी कर सकते हैं.
'राहुल ने भारत के लिए 5वें नंबर पर शानदार प्रदर्शन किया'
एक पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता ने कहा, 'राहुल ने भारत के लिए 5वें नंबर पर शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने लगभग 1300 रन (1259) बनाए हैं और 60 के करीब औसत के साथ 100 (95.45) के करीब स्ट्राइक-रेट से. ये असाधारण संख्याएं हैं और आप चीजों को नए सिरे से क्यों करना चाहते हैं.'
हालांकि इसके लिए तर्क यह हो सकता है कि अक्षर को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने से वांछित परिणाम मिले है. यह अलग बात है कि अभी कोई नहीं जानता कि अगर भारत 20 रनों पर 3 विकेट गंवा देता है तो उस दिन अक्षर ऐसी स्थिति में भेजे जाने के लिए उचित बल्लेबाज हैं. तो राहुल को केवल चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में ही बल्लेबाजी क्रम में ऊपर क्यों भेजा जाए और उन्हें अक्षर की तरह कुछ आसान रन बनाने का मौका क्यों नहीं दिया गया?