भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथे टेस्ट मैच की पहली पारी में भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे ने लगाए गए अपने शतक को बेहद खास बताया है. रहाणे के मुताबिक उनके लिए यह बेहद खास शतक है.
रहाणे ने कहा, ' मैंने इसी मैदान से आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलकर अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. मेरे जहन में वह यादें अब भी ताजा हैं. अश्विन, कोहली और रवींद्र के साथ अपनी साझेदारी से मैं काफी खुश हूं.' अजिंक्य रहाणे के करियर के पांचवें शतक और अश्विन के संघर्षपूर्ण अर्धशतक की बदौलत भारत ने अपनी पहली पारी में 334 रन बनाए और इस दौरान विराट कोहली, रवींद्र जड़ेजा और रविचंद्रन अश्विन के बीच बेहतरीन साझेदारी देखी गई.रहाणे ने कहा कि वह जानते हैं कि इस श्रृंखला में वह अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं, लेकिन मध्य में समय बिताना और एक बड़ी पारी का इंतजार करना जरूरी है.
संजय बांगर और रवि भाई से ली सलाह
भारत के 27 वर्षीय क्रिकेट खिलाड़ी ने कहा, 'पहले दो मैचों में मैं पहले शॉट्स खेलने की सोच रहा था और इसीलिए, मैं बाहर चला गया. मैं जानता हूं कि मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था. मैंने संजय बांगर और रवि भाई से बात की और उन्होंने मुझे समय लेकर तथा एक समय में एक गेंद के साथ खेलने की सलाह दी.'
इस श्रृंखला में पिचों के कारण काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ी हैं. पहला और तीसरा टेस्ट मैच तीन दिनों के अंदर ही पूरे हो गए, क्योंकि पिचों के कारण गेंद काफी टर्न और अप्रत्याशित उछाल ले रही थी. रहाणे का मानना है कि कोटला में विकेट अपने सबसे अच्छे स्तर पर है और भारतीय गेंदबाजों को बेहतर प्रदर्शन का श्रेय दिया जाना चाहिए.
- इनपुट IANS