धर्मशाला टेस्ट में कुलदीप यादव ने डेब्यू किया है. इसके साथ ही वे भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज हैं, जिन्हें टेस्ट मैच में खेलने का अवसर मिला. कानपुर का यह 22 वर्षीय गेंदबाज भारत की ओर से टेस्ट खेलने वाला 288वां प्लेयर बना. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस निर्णायक टेस्ट में उन्होंने अपने चाइनमैन का कमाल दिखाते हुए पहली पारी में मेहमान टीम को चार झटके दिए. कुलदीप की खूबियों से सुनील गावस्कर और सचिन तेंदलुकर पहले ही वाकिफ हो चुके थे. पदार्पण मैच में उन्हें भारत के पूर्व लेग ब्रेग गुगली गेंदबाज लक्ष्मण शिवारामाकृष्णन ने टेस्ट कैप दी.
Huge moment this for young @imkuldeep18 as he receives his Test cap #INDvAUS #TeamIndia pic.twitter.com/GvRQVUAfj8
— BCCI (@BCCI) March 25, 2017
एशिया के दूसरे चाइनामैन टेस्ट गेंदबाज बने
इसके साथ ही कुलदीप यादव एशिया के दूसरे ऐसे चाइनमैन गेंदबाज बन गए हैं, जिन्हें टेस्ट मैच में उतारा गया है. इससे पहले श्रीलंका के लक्षण रंगिका ने जुलाई 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू किया था. कुलदीप बता चुके हैं कि वो शेन वॉर्न जैसे गेंदबाज बनना चाहते हैं.
22 फर्स्ट क्लास क्रिकेट के बाद मिला टेस्ट में मौका
कुलदीप यादव को 22 प्रथम श्रेणी मैच खेलने के बाद टेस्ट टीम में लाया गया. उनके नाम अब तक 81 विकेट हैं. आईपीएल में उन्हें 2012 में सबसे पहले मुंबई इंडियंस ने खेलने का मौका दिया. लेकिन इसके बाद वे कोलकाता नाइटराइडर्स टीम में शामिल कर लिए गए. आईपीएल के 3 मुकाबलों में उन्होंने 6 विकेट लिए हैं.
कुलदीप के बारे में गावस्कर ने ऐसा कहा था
कुलदीप के लिए सुनील गावस्कर ने तो यहां तक कह डाला था कि अगर मैं चयनकर्ता होता, तो बिना एक भी फर्स्ट क्लास मैच खेले ही इसे टेस्ट टीम में चुन लेता. गावस्कर ही हैं जिन्होंने बहुत कम उम्र में सचिन तेंदुलकर की प्रतिभा को भी पहचाना था. उसके बाद मास्टर ब्लास्टर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने के बाद क्या कमाल दिखाए वो किसी को बताने की जरूरत नहीं है.
सचिन का मिडिल स्टंप उखाड़ कर सुर्खियों में आए
अंडर-19 टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया गए कुलदीप जब भारत लौटे थे, तो उन्हें मुंबई इंडियंस टीम से जुड़ना था. नेट सेशन के दौरान तेंदुलकर ने किसी से कहा कि नए लड़के कुलदीप को भेजो, मैं देखना चाहता हूं कि वो कैसी गेंदबाजी करता है? कुलदीप ने पहली पांच गेंदे तो नॉर्मल चाइनामैन डिलीवरी फेंकी, लेकिन छठी गेंद पर जो हुआ वो देखकर ये दोनों ही खिलाड़ी हैरान रह गए. कुलदीप की गेंद पर तेंदुलकर का मिडिल स्टंप उखड़ गया. तेंदुलकर ने इस बल्लेबाज से जाकर कहा- 'वेल बोल्ड कुलदीप.' एक इंटरव्यू में कुलदीप ने ये बात खुद बताई थी.
जानिए- क्या होता है चाइनमैन
विश्व क्रिकेट में चाइनामैन कम ही देखे गए हैं. दाएं हाथ का ऑफ स्पिनर अपने नैसर्गिक गेंदबाजी एक्शन से लेग स्पिन कराए और बाएं हाथ का गेंदबाज दाहिने हाथ के बल्लेबाज को लेग स्पिन फेंके. अब चाइनामैन लेग स्पिनर को कहा जाता है, जो बाएं हाथ से ऐसी गेंद फेंके. इसका मतलब उसकी गेंद दाहिने हाथ के बल्लेबाज को लेग स्पिन के जैसे खेलना पड़े. यह प्रक्रिया दाएं और बाएं हाथ के गेंदबाज के लिए एकसमान है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कम ही गेंदबाज हैं, जिन्हें चाइनामैन के रूप में पहचान मिली. इस कड़ी में दक्षिण अफ्रीका के पॉल एडम्स, ऑस्ट्रेलिया के माइकल बेवन, साइमन कैटिच, ब्रेड हॉग, श्रीलंका के लक्षण रंगिका के बाद अब भारत के कुलदीप यादव शामिल हो गए हैं.