आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने आज क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. लंदन में रह रहे ललित मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि वो अब क्रिकेट प्रशासन को अलविदा करना चाहता हूं. ललित मोदी ने बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जोहरी को लिखे लेटर को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया.
अपने लेटर में ललित मोदी ने लिखा कि अब नई पीढ़ी को मौका मिले. उन्होंने आईपीएल की कामयाबी और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की ऊंचाइयों जिक्र किया. हाल ही में नवनिर्वाचित राजस्थान क्रिकेट संघ की कार्यकरिणी की पहली ही बैठक में अध्यक्ष सीपी जोशी ने नागौर जिला क्रिकेट संघ को निलंबित कर दिया है. इस संघ के अध्यक्ष ललित मोदी और सचिव आर.सी.नांदू थे.
Dear Fans of cricket & the lifeline of the game. I want to take this oppertunity 2 thank each & everyone of you for making @IPL what it is🙏🏾 pic.twitter.com/WOIlYUaRs1
— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) 11 August 2017
आप को बता दें कि बीसीसीआई ने साफ कहा था कि जब तक ललित मोदी को आरसीए से बाहर नहीं किया जाता, तब तक निलंबन जारी रहेगा. अब उम्मीद की जा सकती है कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर से निलंबन हट जाएगा. 11अक्तूबर 2013 को सवाई मानसिंह स्टेडियम में अंतिम वनडे मैच खेला गया था. इसके बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पूरी तरह से बंद है. आईपीएल के मैच भी पिछले दो साल से यहां नहीं हुए. करीब तीन साल पहले जब पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी आरसीए के अध्यक्ष चुने गए थे उसी दिन बीसीसीआई ने आरसीए के निलंबित कर दिया था.
तेरह साल से ज्यादा समय से राजस्थान क्रिकेट पर राज कर रहे ललित मोदी ने क्रिकेट से अपने सभी तरह के संबंधों को तोड़ते हुए लिखा कि मैं तो चल दिया अब राजस्थान क्रिकेट आपके हवाले है. इसे फिर से बेस्ट बनाओ. मोदी ने नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा भेजते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को लिखा है कि मैं क्रिकेट छोड़ रहा हूं. कृपया कर राजस्थान क्रिकेट संघ को फंड रिलीज करें. 2003 से हीं नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष ललित मोदी ने बीसीसीआई के सीओ और आरसीए को शुक्रवार की देर रात चिट्ठी लिखी है कि वो हर तरह के क्रिकेट से दूरी बना रहे हैं.
मोदी का ये लिखाना सब को चौंका दिया कि वो क्रिकेट की दुनिया से खुद को पूरी तरह से अलग कर रहे हैं. इसका मुख्य कारण मोदी ने राजस्थान क्रिकेट की भलाई बताया है. मोदी ने लिखा है कि बीसीसीआई उनको पसंद नही करती है और उनकी वजह से आरसीए का फंड पिछले तीन साल से रोक रखा है जिससे राजस्थान में क्रिकेट खत्म हो गया है. वो हट रहे हैं ऐसे में बीसीसीआई जल्दी से जल्दी आरसीए को पैसे दे.
मोदी ने ये भी लिखा है कि भारतीय क्रिकेट से वो पिछले 15 साल से जुड़े हैं और इस दौरान वो क्रिकेट में हर तरह के दौर को देखे हैं लेकिन अब समय है कि मैं क्रिकेट से दूर हो जाऊं. मोदी ने राजस्थान क्रिकेट के लिए अपने किए कामों की पूरी फेहरिस्त गिनाई है. साथ ही आईपीएल शुरू करने का भी श्रेय लेते हुए लिखा है कि मुझे खुशी है कि मेरे समय में शुरु हुई आईपीएल 10 साल पूरी कर चुकी है और इसे ऐसा ब्रांड बनाया है जिसकी तुलना फुटबाल के बड़े-बड़े लीग से हो रही है. मोदी ने बीसीसीआई को उंचाई तक पहुंचाने में अपने योगदान को लिखा है कि जब मैं बीसीसीआई मे आया तो बीसीसीआई का फंड 260 करोड़ था मगर जब 2010 में छोड़ा तो बीसीसीआई की रिजर्व 47600 करोड़ था. मोदी के इस्तीफे को उनके बेटे रुचीर जोशी के आरसीए अध्यक्ष पद पर हार से भी जोड़कर देखा जा रहा है, उनके इस्तीफे की अटकलें लंबे समय से चल रही थी.
आपको बता दें कि ललित मोदी फिलहाल लंदन में हैं और बीसीसीआई के द्वारा उनके ऊपर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया है. गौरतलब है कि आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के पूर्व चीफ ललित मोदी मनी लॉन्ड्रिंग केस में वान्टेड हैं. हालांकि मोदी कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने आईपीएल डील्स में कुछ भी गलत नहीं किया है. ईडी (इन्फोर्समेंट डायरेक्ट्रेट) ने चेन्नई पुलिस की शिकायत के आधार पर ललित मोदी और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया था. मोदी पर 2009 में T-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के ओवरसीज टेलीकास्ट राइट्स देने में धोखाधड़ी करने का आरोप है.