Yusuf Pathan and Kirti Azad: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. सभी पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही हैं. इनमें कई क्रिकेटर्स के नाम भी सामने आ रहे हैं. पश्चिम बंगाल में भी ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की ओर से राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी गई है.
खास बात यह है कि तृणमूल कांग्रेस ने टीम इंडिया के दो पूर्व क्रिकेटर्स यूसुफ पठान और कीर्ति आजाद को भी टिकट दिया है. ये दोनों ही क्रिकेटर्स भारत के लिए वर्ल्ड कप जीत चुके हैं. यूसुफ पठान को बरहामपुर और कीर्ति को दुर्गापुर से टिकट मिला है.
यूसुफ ने ममता और टीएमसी का आभार जताया
टिकट मिलने के बाद अब दोनों स्टार खिलाड़ियों का रिएक्शन भी सामने आया है. टिकट मिलने के बाद पूर्व ऑलराउंडर और वर्ल्ड कप विजेता यूसुफ ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ममता और उनकी पार्टी का आभार जताया है.
यूसुफ ने लिखा, 'ममता बनर्जी ने जो मुझे टीएमसी फैमिली में शामिल किया और मुझ पर भरोसा जताया कि मैं संसद में लोगों की आवाज बन सकता हूं, उसके लिए मैं उनका शुक्रगुजार हूं. जनप्रतिनिधि होने के नाते मेरा कर्तव्य गरीबों और वंचितों का उत्थान करना है. मैं उम्मीद करता हूं कि ऐसा कर सकूं.'
'सभी कला क्षेत्रों से लोगों को मौका मिलना चाहिए.'
दूसरी ओर कीर्ति आजाद से आजतक ने पूछा कि आप बंगाल की राजनीति से कितना परिचित हैं. इस पर उन्होंने कहा, 'मैं पॉलिटिक्स से पूरी तरह से परिचित हूं. मेरे पिता जी मुख्यमंत्री थे और एक स्वतंत्रता सेनानी थे. देश का प्रतिनिधित्व किया. अंततः देखा जाए तो लोगों की समस्याओं को सुनना, समझना और उसको बुलंदियों से पार्लियामेंट में उठाना यह सभी का कर्तव्य होता है. इसको लेकर हम आगे बढ़ेंगे.'
पार्टी इस बार क्रिकेटर्स को काफी मौके दे रही है? इस पर उन्होंने कहा, 'हम कैसे भूल जाते हैं कि पहले मनोज तिवारी भी हैं. वो मंत्री हैं. जिस प्रकार कला के क्षेत्र से लोग हैं, सिनेमा से लोग हैं. चित्रकार हैं. हर प्रकार से लोगों को दीदी ने जगह दी है. सभी कला क्षेत्रों से लोगों को मौका मिलना चाहिए.'
भाजपा पर उग्र हुए टीएमसी उम्मीदवार कीर्ति
दिल्ली की पिच (राजनीति) जानी पहचानी है, लेकिन बंगाल और वो भी दुर्गापुर की पिच पर कैसे गेंद (रणनीति) डालना है और कैसे बल्लेबाजी करना है? इस पर कीर्ति ने कहा, 'ऐसा कुछ नहीं होता है कि पिच अलग है या नहीं. आप गेंद को खेलते हैं, गेंदबाज को नहीं खेलते. हमारे सामने कौन है, बीजेपी है हमारे सामने. समस्याएं एक तरह से ही होती हैं.'