पहले जैसी नहीं रहेगी दुनिया के सबसे बड़े फिनिशर महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी. धोनी को अपनी बल्लेबाजी में करना बदलाव करना होगा. धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने के साथ ही हैवी बैट से बल्लेबाजी करते आ रहे हैं. लेकिन अब धोनी भारी बल्ले से बल्लेबाजी नहीं कर पाएंगे. धोनी को अपने शॉट सेलेक्शन में फिर ध्यान देना होगा, जिसके लिए उन्हें नेट्स पर पसीना बहाना पड़ेगा.
महेंद्र सिंह धोनी जब बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरते हैं तो बड़े-बड़े गेंदबाज उनके सामने गेंद डालते से घबराते हैं. धोनी का हेलीकॉप्टर शॉट ने दुनियाभर के गेंदबाजों में खौफ पैदा कर रखा है. लेकिन धोनी जिस बैट से लंबे-लंबे छक्के मारा करते थे, अब वो बैट उनका साथ छोड़ देगा. जी हां, एक अक्टूबर से लागू हो रहे क्रिकेट के नए के नियमों के मुताबिक बल्ले की मोटाई अब 40 मिलीमीटर से ज्यादा नहीं हो सकती है.
बल्ले की मोटाई 40 मिलीमीटर से ज्यादा नहीं हो सकती
धोनी के अलावा दुनिया में कई ऐसे बल्लेबाज हैं, जो भारी बल्ले का इस्तेमाल करते हैं. डेविड वॉर्नर क्रिस गेल और पोलार्ड हैं जो क्रिकेट के मैदान पर बड़े शॉट्स लगाने के लिए जाने जाते हैं. उन्हें भी अपना बल्ला बदला होगा. इन बल्लेबाजों के बल्ला और खासतौर से उसका निचले हिस्से की चौड़ाई 40 मिमी से ज्यादा है.
धोनी, वार्नर और पोलार्ड के बल्लों की चौड़ाई सबसे ज्यादा है
महेंद्र सिंह धोनी के बल्ले की चौड़ाई 45 मिमी से ज्यादा है. वहीं ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर 50 मिमी चौड़ाई के बल्ले से खेलते हैं. इससे उन्हें गेंदबाजों पह हमला बोलने का मौका मिलता है. खास तौर पर खेल के छोटे प्रारूप में वे ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं.नए नियम के लागू हो जाने के बाद हर किसी की निगाहें इन बल्लेबाजों पर होगी.