भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आठ साल बाद घरेलू क्रिकेट में खेलने के बारे में प्लान कर रहे हैं. यदि अगले महीने पाकिस्तान के साथ सीरीज नहीं होती है तो वह झारखंड की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी में खेल सकते हैं.
विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने की जताई इच्छा
झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) के सचिव राजेश वर्मा ने बताया कि इस स्टार क्रिकेटर ने राज्य की टीम से खेलने की इच्छा व्यक्त की है. वर्मा ने कहा, 'हमने धोनी से बात की और उन्होंने कहा कि वह विजय हजारे ट्रॉफी में झारखंड की तरफ से खेलने के लिये संभवत: (यदि पाकिस्तान सीरीज नहीं होती है) उपलब्ध रहेंगे. हमने इस पर चर्चा नहीं की कि वह कितने मैचों में खेलेंगे या वह टीम की अगुवाई करेंगे. लेकिन यदि वह चाहते हैं तो वही टीम का नेतृत्व करेंगे.'
2007 में आखिरी बार झारखंड के लिए खेले थे धोनी
गौरतलब है कि धोनी ने 2007 में भारतीय टीम के वर्ल्ड कप के पहले दौर से बाहर होने के बाद आखिरी बार झारखंड की तरफ से पूर्व क्षेत्र चरण में सैयद मुश्ताक अली टी20 चैंपियनशिप में कोलकाता में मैच खेले थे. वर्मा ने आगे कहा, 'उनकी उपस्थिति से निश्चित तौर पर खिलाडि़यों का मनोबल बढ़ेगा. धोनी को जब भी मौका मिलता है वह खिलाडि़यों का मनोबल बढ़ाते हैं. एक दिन पहले ही मैंने उन्हें मुख्य स्टेडियम में अकेले अभ्यास करते हुए देखा था. अभी हमारी सीनियर टीम रणजी ट्रॉफी के लिये त्रिपुरा में है.
धोनी अब टेस्ट खिलाड़ी नहीं है. उन्होंने अपना आखिरी वनडे 25 अक्टूबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. यदि पाकिस्तान सीरीज नहीं होती है तो भारत को सीमित ओवरों की अगली सीरीज जनवरी में ऑस्ट्रेलिया से खेलनी है. इस तरह से धोनी लगभग तीन महीने तक मैच अभ्यास नहीं कर पाएंगे. इसलिए वह 50 ओवरों के मैचों में खेलना चाहते हैं.'