क्रिकेट की दुनिया में 24 वर्षों (1989-2013) तक छाए रहने वाले सचिन तेंदुलकर आज 47 साल के हो गए. महज 16 साल 205 दिन की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले इस 'छोटे सचिन' ने 40 के हो जाने पर ही अपने बल्ले को आराम दिया. इस सफर के दौरान सचिन ने इतने कीर्तिमान रच डाले कि उन्हें 'भगवान' का दर्जा दे दिया गया.
सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को दिन में 1 बजे मुंबई के शिवाजी पार्क राणाडे रोड स्थित निर्मल नर्सिंग होम में हुआ था. उस वक्त उनका वजन 2.85 किग्रा था. और आगे चलकर यही शिशु क्रिकेट का 'युगपुरुष' बन गया. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रहे लोगों के सम्मान में इस साल अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है.
As the Master Blaster @sachin_rt turns 47, we relive one of his glorious knocks against England in 2008.
He dedicated this ton - 41st in Test cricket, to the victims of 26/11 Mumbai terror attack.
Here's wishing the legend a very happy birthday 🍰 🎁 🎂 #HappyBirthdaySachin pic.twitter.com/dgBdlbCtU7
— BCCI (@BCCI) April 23, 2020
सचिन के जन्मदिन के मौके पर उनकी पत्नी अंजलि से जुड़ी लव स्टोरी पर नजर डालते हैं. दरअसल, सचिन और अंजलि की लव स्टोरी किसी फिल्म की पटकथा से कम नहीं. 'पहली नजर में प्यार' सचिन की रियल लाइफ में देखा गया. उम्र में छह साल बड़ी अंजलि से प्यार कर शादी तक पहुंचने के रोमांचक सफर के दौरान कई छोटी-बड़ी रोचक घटनाओं के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
एयरपोर्ट पर वो पहली 'झलक'
घुंघराले बाल वाले सचिन ने अंजलि को पहली बार अगस्त 1990 में मुंबई एयरपोर्ट पर देखा था. तब सचिन करियर के अपने पहले इंग्लैंड दौरे से लौटे थे. वह सुर्खियों में थे, क्योंकि उन्होंने महज 17 साल 107 दिन की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में शतक (नाबाद 119 रन, मैनचेस्टर टेस्ट) जमाने का कारनामा किया था. तब वह पाकिस्तान के मुश्ताक मोहम्मद (17 साल 78 दिन) के बाद सबसे कम उम्र में टेस्ट शतक जमाने वाले दूसरे क्रिकेटर थे.
अंजलि एयरपोर्ट पर अपनी फ्रेंड के साथ मां को रिसीव करने पहुंची थीं. तभी उनकी फ्रेंड डॉ. अपर्णा ने सचिन को पहचान लिया. और उन्होंने सचिन की ओर इशारा करते हुए अंजलि से कहा था कि ये वही है, जिसने इंग्लैंड में सेंचुरी जमाई है.
ट्विटर से
अंजलि यह सुनते ही ऑटोग्राफ लेने के लिए सचिन के पीछे दौड़ी थीं. किसी लड़की को अपने पीछे भागता देख सचिन भी शरमा गए थे. वह चुपचाप अपनी कार में जा बैठे, क्योंकि उन्हें एयरपोर्ट पर लेने दोनों भाई अजीत और नितिन आए थे.
मजे की बात है कि सचिन से बात करने की कोशिश में अंजलि अपनी मां को रिसीव करना ही भूल गई थीं. अंजलि गुजराती उद्योगपति आनंद मेहता और ब्रिटिश सामाजिक कार्यकर्ता एनाबेल मेहता की बेटी हैं.
पहली बार फोन पर हुई बात
एयरपोर्ट पर पहली बार सचिन को देखने के बाद अंजलि किसी भी तरह सचिन से बात करना और मिलना चाहती थीं. उन्होंने दोस्तों की मदद से सचिन का फोन नंबर निकाला और बात करने में कामयाब हुईं. अंजलि ने फोन कर सचिन को बताया- मैंने एयरपोर्ट पर आपको देखा था. इस पर सचिन का जवाब था- 'हां, मैंने भी आपको देखा था, आप मेरे पीछे भाग रही थीं.'
सचिन के घर पहली 'मुलाकात'
फोन पर बातचीत के साथ ही सचिन और अंजलि की बीच दोस्ती की बुनियाद पड़ चुकी थी. अंजलि ने एक इंटरव्यू में बताया था कि सचिन से मुलाकात करने के लिए वह खुद को पत्रकार बता उनके घर पहुंच गई थीं. इससे सचिन का परिवार हैरान रह गया था. सचिन की मां ने अंजलि से पूछा था- 'क्या तुम सच में पत्रकार हो..?' दरअसल, उन्होंने सचिन को चॉकलेट गिफ्ट करते हुए देख लिया था.
... और बढ़ने लगीं मुलाकातें
सचिन की लोकप्रियता बढ़ने लगी. अंजलि से शहर में कहीं भी मिलना ठीक नहीं था. ऐसे में वह अंजलि से मिलने ग्रांट मेडिकल कॉलेज- जेजे हॉस्पिटल जाने लगे, जहां अंजलि डॉक्टर बनने के लिए ट्रेनिंग पर थीं. अंजलि के लोनावाला स्थित पैतृक बंग्लो पर भी दोनों मिला करते थे.
सचिन ने ऑटोबायोग्राफी (Sachin Tendulkar, Playing It My Way: My Autobiography) में एक घटना का जिक्र किया है. एक बार काफी मशक्कत के बाद रात 8.30 बजे दोनों ने मिलने का प्लान बनाया. सचिन समय से पहुंच गए, लेकिन अंजलि घर से निकल नहीं पाईं. आखिरकार सचिन को बिना मिले ही लौटना पड़ा था. उन्होंने बताया कि तब मोबाइल फोन नहीं होते थे और पब्लिक बूथ से अंजलि को फोन नहीं कर सकता था.
...जब सचिन 'सरदार' बन गए
ये बात 1992 की है, जब सचिन एक बार अंजलि के साथ फिल्म देखने के लिए थिएटर गए थे. अंजलि ने इसका खुलासा एक इंटरव्यू में किया था. अंजलि के अनुसार, 'हम दोनों कुछ फ्रेंड्स के साथ फिल्म 'रोजा' देखने पहुंचे थे. सचिन ने पहचान छुपाने के लिए सरदार जैसे कपड़े पहने थे और दाढ़ी लगा रखी थी. इंटरवल के बाद लोगों की नजर उनपर पड़ी और सचिन पहचान लिये गए थे. जिसके बाद हम सभी को फिल्म बीच में ही छोड़कर लौटना पड़ा था.'
ट्विटर से
...फिर हुई शादी की बात
सचिन शर्मीले स्वभाव के थे. वह अपने घरवालों से अंजलि के बारे में कुछ बता नहीं बता पा रहे थे. ऐसे में ये अंजलि ने ही एक कदम आगे बढ़ाया. सचिन कह चुके हैं. 'अंजलि से शादी के बारे में परिवार से पूछना दुनिया के तेज गेंदबाजों का सामना करने से भी ज्यादा कठिन था. तभी मैंने यह जिम्मा अंजलि को सौंपा था.'
दोनों की सगाई 1994 में न्यूजीलैंड में हुई थी. तब सचिन भारतीय टीम के साथ न्यूजीलैंड दौरे पर थे. 24 अप्रैल को सचिन के 21वें बर्थडे पर दोनों की एंगेजमेंट हुई थी. और एक साल बाद ही 24 मई 1995 को सचिन-अंजलि शादी के बंधन में बंध गए. यानी करीब पांच साल के अफेयर के बाद सचिन-अंजलि एक हो गए.