टीम इंडिया बांग्लादेश दौरे पर बुधवार से एकमात्र टेस्ट मैच खेलने उतरेगी. यह मैच कई मायनों में मेहमान टीम के लिए खास होगा, एक तो पहली बार विराट कोहली परमानेंट टेस्ट कप्तान के तौर पर टेस्ट सीरीज खेलेंगे इसके अलावा बांग्लादेश का हालिया प्रदर्शन देखते हुए टीम इंडिया मेजबानों को हल्के में लेने की गलती नहीं करना चाहेगी.
कोहली और गांगुली में खास 'समानता'
बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच धोनी के बगैर नए दौर की शुरुआत होगी, जिसमें टीम के सदस्यों की एवरेज एज 26 वर्ष है. कोहली और बांग्लादेशी कप्तान मुशफिकर रहीम बुधवार को साहेब उस्मान अली स्टेडियम पर उतरेंगे तो पुरानी यादें ताजा हो जाएंगी. भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली ने भी 15 साल पहले बांग्लादेश के खिलाफ ही एक टेस्ट के जरिए पूर्णकालिक कप्तानी का आगाज किया था. वह मैच ढाका के बंगबंधु स्टेडियम में खेला गया था. फर्क सिर्फ इतना है कि कोहली का यह बतौर कप्तान तीसरा टेस्ट होगा जबकि गांगुली ने उस मैच के जरिए कप्तानी में पदार्पण किया था.
'विराट के लिए करियर का नया चैप्टर'
इस मैच के साथ कोहली अपने क्रिकेटिंग करियर के नए चैप्टर की शुरुआत करेंगे. यह उनकी कप्तानी की भी परीक्षा होगी. उन्हें तय करना होगा कि भारत छह बल्लेबाजों और चार गेंदबाजों और एक स्पेशलिस्ट विकेटकीपर के साथ उतरेगा या एक अतिरिक्त गेंदबाज को उतारा जाएगा.
रिकॉर्ड में आगे टीम इंडिया लेकिन...
अगर रिकॉर्ड्स पर नजर डालें तो बिना किसी शक के टीम इंडिया का पलड़ा बहुत भारी है. भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ सात में से छह टेस्ट जीते हैं जबकि चटगांव में 2007 में एक टेस्ट बारिश के कारण ड्रॉ रहा था. उसके बाद से हालांकि बांग्लादेशी क्रिकेटरों ने अच्छा प्रदर्शन किया है और वर्ल्ड कप में इंग्लैंड को हराकर अंतिम-8 में पहुंचे थे.
बांग्लादेशी क्रिकेट फैन्स नहीं भूले हैं वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल
इसके बाद पाकिस्तान को वनडे सीरीज में 3-0 से हराया और एक टेस्ट ड्रा खेला. इससे आम तौर पर उसे कमतर आंकने वाली विरोधी टीमों के लिए भी खतरे की घंटी बज गई है. भारत के खिलाफ मुकाबला और भी दिलचस्प होगा क्योंकि बांग्लादेशी क्रिकेट फैन्स वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल में विवादित नोबॉल को भूले नहीं है और उनका मानना है कि उसी की वजह से वे आगे नहीं बढ़ सके. तेज गेंदबाज रूबेल हुसैन की अगुवाई वाले बांग्लादेशी गेंदबाजों के लिए चुनौती आसान नहीं होगी. उनका सामना दुनिया के बेहतरीन बैटिंग ऑर्डर से है.
'फॉर्म में वापसी का धवन के पास बढ़िया मौका'
कोहली ने खुद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चार सेंचुरी समेत 692 रन बनाए थे. केएल राहुल के नहीं खेलने से शिखर धवन को फायदा होगा जो प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह पक्की करना चाहेंगे. लगातार खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें सिडनी टेस्ट से बाहर रहना पड़ा था. वर्ल्ड कप और आईपीएल में हालांकि उन्होंने उम्दा प्रदर्शन किया. सिडनी में सेंचुरी जमाने वाले राहुल डेंगू से उबर रहे हैं जिससे धवन को टीम में जगह पुख्ता करने का मौका मिला है.
विरोधी टीम के पास ना तो जेम्स एंडरसन या स्टुअर्ट ब्रॉड जैसा स्विंग गेंदबाज है और ना ही मिशेल जॉनसन या मिशेल स्टार्क जैसा रफ्तार का सौदागर. लिहाजा धवन के लिए फॉर्म में लौटना आसान होगा. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले सीजन में शानदार प्रदर्शन करने वाले मुरली विजय पारी का आगाज करके उम्दा प्रदर्शन करना चाहेंगे. वहीं पिछले एक साल में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले टेस्ट बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे अपना टेस्ट औसत बेहतर करने की कोशिश में होंगे.
क्या होगा कोहली का फॉर्मूला?
भारत अगर छह बल्लेबाजों के साथ उतरता है तो चेतेश्वर पुजारा और रोहित शर्मा दोनों खेल सकते हैं लेकिन आक्रामक कोहली चार गेंदबाजों को उतारने की धोनी की रणनीति ही अपनाए, यह जरूरी नहीं. रिधिमान साहा के लिए यह टेस्ट विकेटकीपर की जगह अपने लिए सुरक्षित करने का सुनहरा मौका है. पिछले पांच साल से धोनी के टीम में होने से उन्हें मौका नहीं मिला था.
'रूबेल की वापसी से बांग्लादेश हुआ मजबूत'
गेंदबाजी में सभी की नजरें हरभजन सिंह पर होगी जो दो साल बाद टीम में लौटे हैं. आर अश्विन के साथ मिलकर वह फिरकी का जादू बिखेरने की तैयारी में होंगे. तेज गेंदबाजी की कमान ईशांत शर्मा संभालेंगे जिनका साथ देने के लिए भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और वरुण आरोन होंगे. बांग्लादेश के लिए रूबेल हुसैन की वापसी अच्छी खबर है लेकिन शहादत हुसैन घुटने के ऑपरेशन के कारण नहीं खेल सकेंगे. रन बनाने का जिम्मा तमीम इकबाल, मुशफिकर रहीम और शाकिब अल हसन पर होगा.
'संभावित प्लेइंग इलेवन'
भारतः मुरली विजय, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, रिधिमान साहा (विकेटकीपर), आर अश्विन, हरभजन सिंह, ईशांत शर्मा/भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव.
बांग्लादेशः तमीम इकबाल, इमरुल काएस, मोमिनुल हक, मुशफिकर रहीम (कप्तान), लिटन दास (विकेटकीपर), शाकिब अल हसन, सौम्य सरकार, शुवागाता होम/मोहम्मद शाहिद, जुबेर हुसैन, तैजुल इस्लाम, रुबेल हुसैन.