वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए भारतीय सलामी जोड़ी स्पष्ट नहीं हो पाई है. उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने यह नहीं कहा कि पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल में से कौन राजकोट में 4 अक्टूबर से शुरू हो रहे पहले टेस्ट में केएल राहुल के साथ पारी का आगाज करेंगे.
रहाणे का कहना है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के जरिये टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण की दहलीज पर खड़े पृथ्वी शॉ को अपनी बल्लेबाजी की आक्रामक शैली को ही जारी रखना चाहिए.
रहाणे ने कहा,‘ मुझे नहीं पता कि टीम संयोजन क्या होगा, लेकिन कोई दबाव नहीं है. हर किसी को खुलकर खेलने का मौका है. मैं उन्हें शुभकामना देता हूं और मुझे यकीन है कि वह अच्छा खेलेंगे. मैं चाहता हूं कि वह उसी तरह खेलें जैसे मुंबई और भारत-ए के लिए खेलते हैं.’
उन्होंने कहा ,‘मुझे पृथ्वी के लिए खुशी है. मैने उन्हें करियर की शुरुआत से देखा है. हम साथ में अभ्यास करते थे. वह आक्रामक सलामी बल्लेबाज हैं और भारत-ए के लिए अच्छा खेलने का उन्हें फल मिला है .’
इंग्लैंड दौरे की नाकामी के बाद रहाणे ने विजय हजारे ट्रॉफी में बड़ौदा, कर्नाटक और रेलवे पर मुंबई को जीत दिलाई. उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज से पहले उन्हें अच्छा मैच अभ्यास मिल गया है.
उन्होंने कहा ,‘इंग्लैंड से आने के बाद मेरा लक्ष्य मुंबई के लिए अच्छा प्रदर्शन करना था, ताकि वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज से पहले अच्छा अभ्यास मिल सके.’
उन्होंने कहा,‘मेरा हमेशा से मानना रहा है कि घरेलू मैच हो या अंतरराष्ट्रीय या फिर अभ्यास मैच, सभी के अलग तरह के दबाव होते हैं और इससे मुझे तैयारी में मदद मिली. मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है और मैं आगे भी लय कायम रखना चाहता हूं.’