Mickey Arthur on Pakistan Cricket: पाकिस्तान क्रिकेट हमेशा ही किसी ना किसी विवादों के कारण सुर्खियों में रहा है. यहां खेल से ज्यादा राजनीति हावी रहती है. खिलाड़ियों के सेलेक्शन में भी भेदभाव होता है, जिसके खुलासे समय-समय पर होते रहे हैं. पाकिस्तान क्रिकेट में कोचों से जुड़े विवाद भी जमकर सामने आते रहे हैं.
ऐसे ही कुछ विवाद पूर्व पाकिस्तानी कोच मिकी आर्थर, जेसन गिलेस्पी और गैरी कर्स्टन से जुड़े भी रहे हैं. कुछ समय पहले ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज जेसन गिलेस्पी को रेड बॉल कोच और साउथ अफ्रीका के गैरी कर्स्टन को व्हाइट बॉल फॉर्मेट का कोच बनाया था.
'वो अपने सबसे बड़े दुश्मन खुद हैं'
लेकिन ये दोनों 6-7 महीने तक ही काम कर सके और उसके बाद अपने-अपने इस्तीफे देकर चले गए. इसके बाद गिलेस्पी ने पाकिस्तान के मौजूदा हेड कोच आकिब जावेद को जोकर कहाथा. साथ ही पर्दे के पीछे से उनके और गैरी के खिलाफ साजिश रचने का आरोप भी लगाया था. अब पूर्व साउथ अफ्रीकी दिग्गज मिकी आर्थर ने भी पाकिस्तान क्रिकेट की पोल खोल दी है.
मिकी आर्थर ने टॉकस्पोर्ट्स से बात करते हुए पाकिस्तान क्रिकेट को जंगल तक कह दिया. साथ ही कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट को चलाने वाले, वहां के दिग्गज और खिलाड़ी अपने खुद के बड़े दुश्मन हैं. मिकी आर्थर ने कहा, 'पाकिस्तान क्रिकेट कभी भी अच्छे कोच को पकड़कर नहीं रख पाता है. वो अपने सबसे बड़े दुश्मन खुद हैं.'
पाकिस्तान क्रिकेट एक जंगल है
उन्होंने कहा, 'उनके पास इतने अच्छे खिलाड़ी और टैलेंट का भंडार है, इसके बादजूद अराजकता बनी हुई है. ये देखकर काफी दुख होता है. मुझे लगा था कि गिलेस्पी और गैरी को शामिल करके सही काम किया लेकिन बाद में उनके जाने से आखिरकार नुकसान खिलाड़ियों का ही हुआ है.'
आर्थर ने कहा, 'पाकिस्तान के पास बहुत अच्छे कोच थे, जो उनको आगे लेकर जा सकते थे, लेकिन फिर वही मशीनरी काम करती है जो पाकिस्तान को कमजोर बनाती है. उने मीडिया में एजेंडा चलाया जाता है. इसलिए वो एक जंगल है और मुझे कोई शक नहीं कि गिलेस्पी और गैरी को अंदर ही अंदर काफी कमजोर किया गया होगा.'