पाकिस्तान के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिस्बाह उल हक ने कहा है कि गेंदबाजों के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के नए दिशा-निर्देशों को अपनाना बेहद मुश्किल होगा. आईसीसी ने कहा है कि गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. मिस्बाह ने यह सुनिश्चित करने के लिए गेंदबाजों के लिए एक मास्क का प्रस्ताव रखा कि वे स्वाभाविक रूप से गेंद पर लार लगाने की कोशिश न करें.
आईसीसी ने सिफारिश की है कि क्रिकेट की मेजबानी करने के लिए 14 दिनों का प्री-मैच आइसोलेशन होना चाहिए, जिससे कि सुनिश्चित हो सके कि टीम के सभी खिलाड़ी कोविड-19 से सुरक्षित हैं. अनिल कुंबले की अगुवाई वाली आईसीसी क्रिकेट समिति ने भी कोविड-19 के खतरे से निपटने के लिए अंतरिम उपाय के तौर पर गेंद पर लार का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है.
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मिस्बाह उल हक ने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'यह बिल्कुल आसान नहीं है (लार लगाए बिना गेंदबाजी करना). यह एक ऐसी आदत है जिसे खिलाड़ी अपने क्रिकेट की शुरुआत के दिनों से ही विकसित करता है. भले ही खिलाड़ी नए प्रतिबंधों को ध्यान में रखें, लेकिन ये सहज नहीं है.' उन्होंने कहा है, 'हमें इसे रोकने के लिए कुछ करना पड़ सकता है. जैसे गेंदबाजों को मास्क या कुछ अन्य प्रतिबंधात्मक सुरक्षा प्रदान करना, ताकि वे सहज रूप से लार का उपयोग न करें.'
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अब खिलाड़ियों को गेंद छूने के बाद आंख, नाक और मुंह स्पर्श नहीं करने की सलाह दी गई है. इसके अलावा गेंद के संपर्क में आने के बाद अपने हाथ साफ करने के लिए कहा गया है. अभ्यास के दौरान भी खिलाड़ियों की परेशानियां बढ़ सकती हैं, क्योंकि उन्हें शौचालय का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी.