पूर्व भारतीय कप्तान औऱ आईसीसी क्रिकेट समिति के चीफ अनिल कुंबले के मुताबिक बॉल ट्रैकर जैसे डीआरएस उपकरण की क्षमता के आंकलन के लिए उपकरण बनाने पर काम चल रहा है.
एमआईटी के इंजीनियर कर रहे हैं काम
कुंबले के मुताबिक मेसेच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी के इंजीनियर ऐसे उपकरण पर काम कर रहे हैं जो बाल ट्रैकर जैसे डीआरएस उपकरण की क्षमता का आकलन करेगा. कुंबले हाल ही में एमआईटी परिसर में गए थे और इंस्टीट्यूट की लैब में जाकर इस रिसर्च का जायजा लिया था.
गलतियों के बारे में सही पता चलेगा
उन्होंने कहा, ‘एमआईटी बॉल ट्रैकर के आंकलन के लिये उपकरण तैयार करने में आईसीसी की मदद कर रहा है. उपकरण तैयार हो रहा है जो बाद में स्वतंत्र रूप से बॉल ट्रैकर उपकरण की जांच करेगा. मैं हाल ही में एक लेक्चर के लिये एमआईटी गया था और मैने उनकी लैब देखी.’ उन्होंने आगे कहा,‘इस उपकरण से हमें गलतियों के प्रकार के बारे में पता चलेगा. इसके बाद हम फैसला ले सकते हैं.’
खेल से बड़ा कोई नहीं
डीआरएस के बारे में उनके रूख को लेकर पूछने पर कुंबले ने कहा, ‘मेरे लिए कोई नजरिया रखना ठीक नहीं होगा. बतौर कप्तान मैं इसकी सटीकता और इस्तेमाल होने वाले उपकरणों से संतुष्ट नहीं था.’ आईपीएल की दो टीमों चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स पर दो साल के प्रतिबंध के मसले पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा, ‘मेरे लिये क्रिकेट का खेल सर्वोपरि है और कोई भी खेल से बड़ा नहीं है.’
इनपुट: भाषा