पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान पर स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप है. हालांकि इसके बाद खबर आई कि उन पर लगे फिक्सिंग के आरोप वापस ले लिए गए हैं और वे दुबई में चल रही पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के शनिवार के मुकाबले में उतरेंगे. पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में फिक्सिंग मामले में बीते 24 घंटे में तीसरे क्रिकेटर का नाम जुड़ा. आशंका जताई जा रही है की इसमें कई और खिलाड़ी शामिल पाए जा सकते हैं. 10 फरवरी को जहां शरजील खान और खालिद लतीफ को निलंबित कर वापस पाकिस्तान भेज दिया गया था, वहीं 11 फरवरी को मो. इरफान का नाम आया.
पीएसएल से शरजील खान और खालिद हो चुके निलंबित
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने ताजे बयान में कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के सहयोग से इस मामले की विस्तृत जांज कराएगा. पीसीबी को अंदेशा है कि फिक्सिंग मामले अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट का हाथ हो सकता है. शरजील खान, मो. इरफान और खालिद तीनों ही पाकिस्तानी टीम से खेल चुके हैं. शरजील हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गयी पाक टीम का हिस्सा थे. जबकि खालिद और मो. इरफान सितंबर 2016 में आखिरी बार खेले.
पाकिस्तान से जुड़ा है फिक्सिंग का काला इतिहास
ऐसा पहली बार नहीं, जब पाकिस्तान के खिलाड़ी फिक्सिंग के दायरे में आए है. स्पॉट फिक्सिंग सर्वप्रथम पाकिस्तानी क्रिकेट से ही सामने आया था, जब 2010 में इंग्लैंड दौरे पर गई पाकिस्तानी टीम के बल्लेबाज सलमान बट्ट, तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर को फिक्सिंग में दोषी पाया गया था. इन सभी पर 5 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था और जेल की सजा भी काटनी पड़ी थी. मोहम्मद आमिर ने पिछले ही साल सजा काटने के बाद पाकिस्तानी टीम में वापसी की है.