Mohammed Shami chance in World Cup 2023: रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में एंट्री कर ली है. टीम ने अब तक कोई भी नहीं हारा है. उसने सभी 10 मुकाबले जीते हैं. सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 70 रनों से हराया है, जिसके हीरो तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी रहे हैं.
अमरोहा एक्सप्रेस शमी को शुरुआती को शुरुआती 4 मैचों में जगह नहीं मिली थी. मगर हार्दिक पंड्या की चोट ने उनके लिए रास्ता बनाया. इसके बाद शार्दुल ठाकुर को भी बाहर किया गया. तब शमी और सूर्यकुमार यादव की एंट्री हुई.
शमी ने 6 मैचों में झटके सबसे ज्यादा 23 विकेट
शमी ने इसके बाद 6 मैचों में 23 विकेट झटक लिए. वो अभी हाइएस्ट विकेट टेकर बॉलर भी हैं. यानी की एक चोट ने शमी का पूरा समीकरण ही बदल दिया. मान लीजिए यदि पंड्या को चोट नहीं लगती और शमी को मैच कोई मैच खेलने को नहीं मिलता, तो भारतीय टीम को काफी मुश्किलें हो सकती थीं.
शमी जैसे ही अपने रनअप को पूरा करते हैं तभी विराट कोहली ने वानखेड़े स्टेडियम में दर्शकों से उनका हौसला बढ़ाने का इशारा किया. जिन्होंने खुशी से कहना मानते हुए जोर से ‘शमी, शमी’ चिल्लाना शुरू कर दिया. इससे विश्व कप में शमी के कद को साफ देखा जा सकता है, वह इस टूर्नामेंट में गेंदबाजी में भारत के सुपरस्टार हैं. वह बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने वाले सुपरस्टार बल्लेबाज कोहली की बराबरी पर हैं.
3 बार 5 या इससे अधिक विकेट चटका चुके
ऐसा सिर्फ बुधवार रात न्यूजीलैंड के खिलाफ 7 विकेट के बेहतरीन प्रदर्शन के कारण नहीं है, बल्कि अब वह जसप्रीत बुमराह से भी आगे गेंदबाजी के अकेले अगुआ दिख रहे हैं जिसके लिए उनका गेंदबाजी प्रदर्शन भी समर्थन करता है. शमी ने इस वर्ल्ड कप में 3 बार 5 या इससे अधिक विकेट चटका चुके हैं और इसमें उनका स्ट्राइक रेट 10.9 का है, जो हैरान करने वाला है. इन दो चीजों में वह टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ रहे हैं.
लेकिन फिर भी आंकड़े पूरी कहानी नहीं बयां करते क्योंकि दिलचस्प बात है कि शमी विश्व कप में भारत के चार मैच में अंतिम एकादश का हिस्सा भी नहीं थे. भारत 8वें नंबर पर एक बल्लेबाजी ऑलराउंडर उतारना चाहता था, ताकि अगर शीर्ष क्रम जल्दी आउट हो जाए तो अंत में एक अतिरिक्त बल्लेबाज मौजूद रहे.
इसी रणनीति के अनुसार आर अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में शामिल किया गया था जबकि शार्दुल ठाकुर को पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ उतारा गया. पर बांग्लादेश के खिलाफ हार्दिक पंड्या की चोट के कारण भारतीय प्रबंधन को अपनी इस रणनीति से पीछे हटना पड़ा.
शमी के लिए क्या कहा बैटिंग कोच राठौड़ ने?
ऑलराउंडर पंड्या की गैरमौजूदगी के कारण टीम प्रबंधन को धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के लिए एक बल्लेबाज और एक गेंदबाज की जरूरत थी. तब शमी को अंतिम एकादश में शामिल किया गया और उन्होंने इस मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 विकेट लेकर प्रभावित किया.
शमी को भी इसका काफी श्रेय दिया जाना चाहिए कि उन्होंने निराशाजनक समय से वापसी करते हुए शीर्ष स्तरीय प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ ऐसा प्रदर्शन दिखाया. भारत के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा, 'शमी एक विशेष गेंदबाज हैं और वह बहुत अच्छी गेंदबाजी भी करते हैं. टीम संयोजन की वजह से उसे टीम में लाना मुश्किल था. लेकिन वह नहीं खेलने के बावजूद मानसिक रूप से काफी मजबूत था.'
शमी ने फिर इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल में मुंबई में इससे भी अच्छा प्रदर्शन कर प्रभावित किया. न्यूजीलैंड वानखेड़े की पिच पर 398 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहा था और प्रतिद्वंद्वी टीम की बल्लेबाजी को देखते हुए भारत 'रिलैक्स' नहीं हो सकता था. दबाव बनाने के लिए लगातार अंतराल पर विकेट की जरूरत थी.
न्यूजीलैंड पर हरदम भारी पड़े स्टार शमी
शमी ने अच्छी शुरुआत कराई और डेवोन कॉन्वे को आउट करने के बाद रचिन रवींद्र को विकेट के पीछे कैच आउट कराया. पर केन विलियमसन और डेरिल मिचेल के बीच तीसरे विकेट के लिए 181 रनों की भागीदारी से भारत ‘बैकफुट’ में आ गया था.
फिर रोहित ने 33वें ओवर में शमी को गेंदबाजी पर लगाया और विलियमसन उनकी गेंद पर आउट हो गए जिसके बाद अगली गेंद पर उन्होंने टॉम लॉथम का विकेट झटका. शमी को उनकी गेंदबाजी की विविधता ही खतरनाक बनाती है.
शमी के कोच बदरूद्दीन ने बताई उनकी खासियतें
शमी के बचपन के कोच मोहम्मद बदरूद्दीन ने इस पर बात करते हुए कहा, ‘आप उसके आउट करने के तरीके को देखो, वह सारी सीम गेंद नहीं फेंकता और वह ‘हार्ड पिच’ गेंद भी नहीं डालता. बीती रात कॉन्वे के आउट करने के तरीके को देखकर आपको पता चल जाएगा.’
उन्होंने कहा, ‘उनकी गेंद की सीम हमेशा ऊपर रहती है और वह बिल्कुल सही तरीके से इसे डालते हैं. यह उनकी नैसर्गिक काबिलियत है और वह अपने इस कौशल पर घंटों काम करने के लिए भी तैयार रहते हैं. काबिलियत और कड़ी मेहनत से सफलता मिलना निश्चित ही है.’
बुमराह जहां ऑफ स्टंप के करीब अपनी लाइन से बल्लेबाजों को गलती करने के लिए लुभाने की कोशिश करते हैं वहीं शमी स्टंप पर लगातार गेंदबाजी करते हैं. और यह शमी के अलावा शायद ही उनका कोई अन्य समकालीन गेंदबाज करता है.
विलियमसन गुजरात टाइटंस में शमी के साथी भी हैं और वह इसे अच्छी तरह जानते भी हैं. उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि वह दुनिया के शीर्ष गेंदबाजों में से एक है और वह जिस तरह से गेंद को घुमाता है और स्टंप के करीब गेंदबाजी करता है, यह काफी शानदार है.’