टीम इंडिया के गेंदबाजों ने लगातार सातवें मैच में विरोधी टीम को समेटा है. इस वर्ल्ड कप में अभी तक कोई भी टीम कैप्टन कूल एम एस धोनी के बॉलिंग अटैक के सामने टिक नहीं सकी है. धोनी खुद भी नहीं जानते कि सभी गेंदबाजों ने वापसी कैसे की है.
टीम इंडिया के कैप्टन कूल एम एस धोनी ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन में कहा, 'ये शानदार मैच रहा, हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि हम बहुत अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं. लेकिन कुछ महीने पहले तक हम संघर्ष कर रहे थे. लड़कों (साथी खिलाड़ियों) और सपोर्ट स्टाफ को इसका बहुत श्रेय जाता है. अच्छी बात ये है कि टॉप स्कोरर में हमारे बहुत खिलाड़ी नहीं हैं लेकिन बल्लेबाजों ने परफॉर्म किया है.'
टीम को ऑलआउट करने के बारे में धोनी ने कहा, 'हम इस क्षेत्र में हम सुधार करना चाहते थे, हम न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में भी गेंदबाजी को लेकर संघर्ष कर रहे थे. लेकिन अब हम बहुत अच्छा कर रहे हैं. ये बता पाना मुश्किल है कि कैसे ये बदलाव आया है. बल्लेबाज की तरह की गेंदबाज भी आउट ऑफ फॉर्म हो जाते हैं.'
धोनी ने कहा, 'क्रिकेट में कई मुश्किलें आती रहती हैं लेकिन हमें छोटी छोटी चीजों पर ध्यान देते रहना चाहिए.'
अपने शानदार कैच के बारे में धोनी ने कहा, 'ये अहम कैच था. दोनों बल्लेबाजों के बीच अच्छी साझेदारी शुरू हो गई थी. मैंने बस डाइव लगाई, मुझे लगा ये कैच मुझसे काफी दूर था. गेंद मेरे हाथ में आई और दस्ताने में समा गई.'
रोहित शर्मा ने मैन ऑफ द मैच चुने जाने के बाद कहा, 'मैंने अहम मौके पर रन बनाए. टीम को मेरी उस समय बहुत ज्यादा जरूरत थी. मैं जितनी देर हो सके, बल्लेबाजी करना चाहता था और टीम इंडिया को अच्छी स्थिति में पहुंचाना चाहता था. गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया था. टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करना जरूरी होता है और सेंचुरी जड़ना भी अहम होता है. मैं ऐसा ही खेलना चाहता था. हम एक टीम की तरह खेल रहे हैं, बल्लेबाज रन बना रहे हैं. हमें सेमीफाइनल में भी ऐसा ही करना होगा. हमें दो मैच और खेलने हैं. हम जो कर रहे हैं वहीं करते रहना है बस.'