ऑस्ट्रेलिया के साथ 5 वनडे मैचों की सीरीज पूरी होने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने संन्यास लेने की खबर भी खारिज कर दी. कैप्टन कूल ने मैच के बाद खुद इसका मजाक बनाया और कहा कि अगर किसी को जानना है कि वे कब संन्यास ले रहे हैं, तो इसके लिए जनहित याचिका दायर करे.
असल में साल 2016 में भारत को अधिकांश समय 50 ओवर के किसी बड़े टूर्नामेंट में नहीं खेलना. टीम हालांकि इस बीच विश्व टी20 तक काफी टी20 क्रिकेट खेलेगी और इसके बाद विराट कोहली की अगुआई में घरेलू सरजमीं पर एक दर्जन से अधिक टेस्ट खेले जाएंगे. ऐसे में धोनी से पूछा गया कि क्या यह उनका अंतिम 50 ओवर का मैच था क्योंकि भारत को लंबे समय तक अब कोई मैच नहीं खेलना है.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने में समय बाकी
धोनी ने हालांकि यह साफ कर दिया कि उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने में अभी समय है. उन्होंने इसके बाद बल्लेबाजी क्रम में नीचे खेलने के बारे में बात की और आंशिक तौर पर फिलहाल संन्यास के सवाल को टाल दिया. धोनी ने कहा कि उन्हें चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करना पसंद करता लेकिन सभी स्थान भरे हुए हैं और वह सिर्फ निचले क्रम में ही बल्लेबाजी कर सकते हैं. इसलिए वह इसी क्रम पर बल्लेबाजी जारी रखेंगे.
धोनी ने कहा कमजोरियां सुधारनी होंगी
भारतीय कप्तान धोनी ने शनिवार को मैच जीतने के बाद कहा कि वनडे सीरीज के दौरान भारतीय टीम ने हमेशा प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट खेली. हालांकि धौनी ने टीम की कमजोरियों को सुधारने की बात भी स्वाकार की. धोनी ने कहा कि भारतीय टीम का लक्ष्य मैचों को जीतना था. पहले चार मैच जो भारत हार गया वह काफी नजदीकी रहे, लेकिन भारतीय टीम उनका समापन सफलता के साथ नहीं कर सकी. धोनी ने जहां एकतरफ बल्लेबाजी की तारीफ की वहीं दूसरी ओर गेंदबाजी और फील्डिंग में सुधार लाने की भी बात मानी.
बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला के अंतिम मैच में शनिवार को जीत हासिल कर सम्मान बचाए रखा. भारत हालांकि यह श्रृंखला 1-4 से हर गया.