गुवाहाटी में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 8 विकेट से शिकस्त झेलने वाली टीम इंडिया सिर्फ खेल में ही नहीं बल्कि डीआरएस के मोर्चे पर भी फिसड्डी साबित हुई. डीआरएस यानी 'डिसीजन रिव्यू सिस्टम' लेने में कई बार टीम का विकेटकीपर सबसे अहम कड़ी साबित होता है. विशेष तौर पर अगर महेंद्र सिंह धोनी जैसा विकेटकीपर विकेट के पीछे हो तो कप्तान का काम और भी आसान हो जाता है.
लेकिन मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए दूसरे टी-20 मैच में एमएस धोनी की एक चूक टीम इंडिया पर ऐसी भारी पड़ी, जिसकी कीमत उसको मैच गंवा कर चुकानी पड़ी. दरअसल, एम हेनरिक्स पांचवें ओवर में भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर एमएस धोनी के हाथों कॉट बिहाइंड आउट थे. लेकिन धोनी की सलाह पर कप्तान कोहली ने डीआरएस नहीं लिया और हेनरिक्स ने टीम इंडिया से मैच छीन लिया.
मामला है ऑस्ट्रेलियाई पारी के 5वें ओवर का, जब भुवनेश्वर कुमार ने इस ओवर की 5वीं गेंद पर हेनरिक्स को गेंद डाली जो कि उनके बल्ले का हल्का सा किनारा लेकर धोनी के दस्तानों में समा गई. भुवनेश्वर कुमार के साथ विराट कोहली ने जोरदार अपील की लेकिन अंपायर ने नकार दिया.
इसके बाद रिव्यू लेने के लिए कोहली ने धोनी की तरफ देखा तो उन्होंने इशारा किया कि उन्हे ठीक तरह से नहीं पता है कि गेंद बल्ले को लगी है या नहीं. फिर क्या था धोनी की बात मानकर कप्तान कोहली ने डीआरएस नहीं लिया.
रीप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद बल्ले का हल्का सा किनारा लेकर गई है. अगर हेनरिक्स उस वक्त आउट हो जाते तो ऑस्ट्रेलियाई टीम पर और दबाव बढ़ जाता साथ ही मैच का नतीजा कुछ और होता. इसके बाद एम हेनरिक्स ने नाबाद 62 रनों की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से जीत दिला दी.