टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का महेन्द्र सिंह धोनी का फैसला लोगों के लिये भले ही चौंकाने वाला हो सकता है लेकिन बीसीसीआई के सचिव संजय पटेल का कहना है कि यह जल्दबाजी में लिया गया फैसला नहीं है बल्कि बहुत ही आत्ममंथन और विचार विमर्श के बाद किया गया है.
पटेल ने धोनी के साथ इस बारे में हुई बातचीत के बारे में ज्यादा कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. पटेल ने स्वीकार किया कि वे जानते थे कि धोनी क्रिकेट के एक प्रारूप को छोड़ना चाहते थे ताकि वे अन्य दो प्रारूपों पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकें.’
धोनी बहुत की व्यावहारिक व्यक्ति हैं आज उसने मेलबर्न में टेस्ट मैच के बाद टेलीफोन किया था और बताया कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना चाहता है. मैंने तुरंत पूछा, ‘क्यों क्या हुआ चोटिल हो या और कुछ.’ उसने शांत हो कर जवाब दिया, ‘नहीं मैं अच्छे के लिये ही टेस्ट क्रिकेट छोड़ना चाहता हूं.’
पटेल ने कहा, ‘वह भारतीय टीम का कप्तान है मुझे उसकी व्यक्तिगत पसंद का सम्मान करना चाहिए.’
पटेल ने कहा कि उन्होंने धोनी से फिर पूछा कि क्या उसका यह फैसला अन्तिम है तब उसने कहा, ‘कृपया रुकें मैं इस बारे में साथियों को बताता हूं उसके बाद आप अधिकृत घोषणा कर सकते हैं और उसने वापस मुझे बताया कि उसने टीम के खिलाड़ियों को इस बारे में बता दिया है आप इस बारे घोषणा कर सकते हैं.’