वर्ल्डकप क्रिकेट के सेमीफानइल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार के बाद टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मायूस तो हैं, पर हताश नहीं. मैच के बाद धोनी ने कहा कि 300 से ज्यादा के स्कोर का पीछा करना चुनौतीपूर्ण होता है और ऑस्ट्रेलिया ने बेहतर खेल दिखाया.
खास बात यह कि जब महेंद्र सिंह धोनी से पूछा गया कि क्या यह उनका आखिरी वर्ल्डकप है, तो उन्होंने जवाब दिया 'नहीं'. धोनी ने कहा, मैं अभी 33 साल का ही हूं और तेजी से दौड़-भाग कर सकता हूं. ऐसे में मैं यह नहीं कह सकता कि यह मेरा आखिरी वर्ल्डकप है.' इस तरह उन्होंने अपने संन्यास की अटकलों को पूरी तरह खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि वे वनडे और टी-20 खेलते रहेंगे.
सेमीफाइनल मैच के बारे में धोनी ने कहा, 'हमारे सामने कठिन चुनौती थी. 300 से ज्यादा का स्कोर हमेशा चैलेंजिंग होता है. इसका पीछा करने में हम नाकाम रहे.'
धोनी ने कहा, 'शिखर का आउट होना हमारे लिए निराशाजनक था.' धोनी ने विराट कोहली का पूरी तरह बचाव किया. उन्होंने कहा कि कभी-कभी आगे बढ़कर बॉल को मारने के चक्कर में इस तरह की गलती हो जाया करती है, इसे ज्यादा तवज्जो नहीं दिया जाना चाहिए.
टीम इंडिया के कप्तान ने हार के बाद ड्रेसिंग रूम के अंदर की बात बताने से इनकार कर दिया. साफ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि वे न तो टीवी ज्यादा देखते हैं, न ही मीडिया में चल रही बातों पर ध्यान देते हैं.