यूं ही कोई धोनी नहीं बन जाता. हमारा तो यह मानना ही है लेकिन हम भी कई बार मैदान पर किए उनके अजूबे से खुद चमत्कृत होते रहते हैं. ताजा वाकया है न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने ही घरेलू मैदान रांची में खेले जा रहे वनडे मैच का. इस वाकये ने एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट के मैदान में स्टंप्स के पीछे खड़े होकर कैसे सोचते हैं उसको उजागर किया है.
न्यूजीलैंड की बैटिंग के दौरान पारी का 45वां ओवर उमेश यादव फेंक रहे थे. रॉस टेलर ओवर की तीसरी गेंद पर बैटिंग कर रहे थे. उन्होंने गेंद को फाइन लेग में खेला. धवल कुलकर्णी ने उसे फील्ड किया और थ्रो सीधी महेंद्र सिंह धोनी के ग्लव्स में पहुंची. धोनी बॉल को कैच करते समय विकेट की ओर पीठ किए थे लेकिन उनका अनुमान था की दूसरे रन के लिए दौड़ रहे रॉस टेलर अभी क्रीज में नहीं पहुंचे हैं. स्टंप्स की ओर देखे बगैर ही धोनी ने अंडरआर्म ही बॉल पीछे की ओर विकेट पर दे मारी. गिल्लियां बिखर गईं और स्टंप्स के लाइट जल गए. किसी को अनुमान नहीं था कि बल्लेबाज क्रीज में पहुंचा या नहीं. फील्ड अंपायर ने थर्ड अंपायर से निर्णय की मांग की और जब तीसरी आंख का निर्णय आया तो स्टेडियम गूंज उठा क्योंकि थ्रो के साथ ही धोनी का अनुमान भी बिल्कुल सटीक था.
क्रिकेट के मैदान में दिखे धोनी की इस सूझबूझ से विकेट पर जमे हुए बल्लेबाज रॉस टेलर 35 रन बनाकर आउट हो गए. इस प्रकार कीवी टीम की पारी का छठा विकेट गिर गया. न्यूजीलैंड की टीम इसके बाद अंतिम 27 गेंदों पर केवल 37 रन बना सकी और भारत के सामने बड़ा टोटल रखने से चूक गई.
बीसीसीआई ने इस वीडियो को ट्वीट भी किया.
Watch the Mahi magic on loop #INDvNZ https://t.co/btMoJF0xC3
— BCCI (@BCCI) October 26, 2016