आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 की शुरुआत से ही टीम इंडिया नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए चेहरा तलाशती रही. यह खोज सेमीफाइनल तक पहुंचने के बाद भी खत्म नहीं हुई, इसका खामियाजा टीम इंडिया को हार के रूप में भुगतना पड़ा.
वर्ल्ड कप के लिए रवाना होने से पहले टीम इंडिया में नंबर चार पर बल्लेबाजी को लेकर काफी चर्चा हुई. इसके बाद चयनकर्ताओं ने विजय शंकर, दिनेश कार्तिक, लोकेश राहुल और केदार जाधव को चुना था. लेकिन ये सभी नाम इस वर्ल्ड कप में चार नंबर पर नाकाम रहे.
हालांकि, राहुल ने बांग्लादेश के खिलाफ अभ्यास मैच में चौथे नंबर पर खेलते हुए शतक जरूर जमाया था, लेकिन धवन के चोटिल होने के कारण उन्हें रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी दी गई.
वर्ल्ड कप में चार नंबर पर कोहली ने कई बल्लेबाजों को आजमाया लेकिन यह गुत्थी अभी भी सुलझ नहीं पाई है. टीम इंडिया के लिए वर्ल्ड के 9 मैचों में चार नंबर पर केएल राहुल, दिनेश कार्तिक, विजय शंकर, ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या तक ने बल्लेबाजी की, लेकिन किसी के भी खेल में निरंतरता नजर नहीं आई.
इस बीच टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी अंबति रायडू ने भी टीम में नहीं चुने जाने पर निराशा जाहिर करते हुए क्रिकेट को अलविदा कह दिया. बता दें कि वर्ल्ड कप से पहले चार नंबर पर बल्लेबाजी के लिए रायडू का नाम सबसे ऊपर था. रायडू ने भारत के लिए 55 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 47.05 के औसत से 1694 रन बनाए. उन्होंने 3 शतक और 10 अर्धशतक भी बनाए. इसके बावजूद उन्हें टीम में मौका नहीं दिया गया. चयनकर्ताओं के इस फैसले के खिलाफ कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों ने आवाज भी उठाई थी.