साउथ अफ्रीका खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो चुका है. टीम में मध्यम गति के गेंदबाज सिद्धार्थ कौल को भी जगह दी गई है. पंजाब के रहने वाले कौल को जब अपने चयन की खबर मिली तब वह रणजी मैच खेल रहे थे. उन्होंने कहा कि मैंने कभी भारतीय टीम में चयन की उम्मीद नहीं छोड़ी थी.
पंजाब की टीम अमृतसर में सोमवार को सेना के खिलाफ फील्डिंग कर रही थी, जब मैच रैफरी सुनील चतुर्वेदी ने अंपायरों विनीत कुलकर्णी और के श्रीनाथ के जरिये कौल के लिए उनके चयन की खबर भेजी. कौल ने कहा कि हमेशा उम्मीद थी कि अगर मैं अच्छा प्रदर्शन जारी रखूंगा तो मुझे मौके मिलेंगे. अंडर 19 विश्व कप जीतना शानदार अहसास था लेकिन इतने साल में मुझे पता चला कि घरेलू स्तर पर अच्छे प्रदर्शन का इनाम मिलेगा.
करियर की सबसे बड़ी खबर
कौल ने बताया, ‘उस समय ड्रिंक्स ब्रेक था और एक अंपायर मेरे पास आए और कहा कि मैच रैफरी ने सूचना दी है कि मुझे भारत की वनडे इंटरनेशनल टीम में चुना गया है. मुझे उस समय समझ नहीं आया कि कैसी प्रतिक्रिया दूं. यह मेरे क्रिकेट करियर की सबसे बड़ी खबर थी और मुझे यह मैदान पर मिली.’ इस 27 वर्षीय गेंदबाज ने 2008 में अंडर 19 विश्व कप के फाइनल में कुआलालंपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पारी का अंतिम ओवर फेंककर विराट कोहली कप्तानी में खेल रहे भारत को खिताबी जीत दिलाई थी.
विराट कोहली इसके बाद से भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार हुए जबकि उस टीम में शामिल रविंद्र जडेजा राष्ट्रीय टीम का नियमित हिस्सा बन गए. इसके अलावा सौरभ तिवारी और अभिनव मुकुंद ने भी सीनियर स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया.
सिद्धार्थ ने इस दौरान पंजाब, उत्तर क्षेत्र, भारत ए और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से नियमित रूप से खेलते हुए उम्मीद नहीं छोड़ी. उन्होंने इस दौरान 50 प्रथम श्रेणी मैचों में 175 विकेट चटकाए जबकि 52 लिस्ट ए मैचों में भी 98 विकेट हासिल किए हैं.