पहले वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को 159 रनों से करारी शिकस्त दे कर न्यूजीलैंड ने चैपल-हैडली सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. ईडन पार्क में टॉस जीत कर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने न्यूजीलैंड को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया और इस मैदान पर आखिरी बार खेल रहे कप्तान ब्रेंडेन मैकुलम ने इसे यादगार बना दिया. उन्होंने टीम को शानदार शुरुआत दी. दर्शकों ने मैकुलम का खड़े होकर स्वागत किया जो ईडन पार्क में अपना अंतिम मैच खेल रहे थे. वो ऑस्ट्रेलियाई सीरीज के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेंगे. मैकुलम ने आकलैंड में अपने अंतिम मुकाबले में 29 गेंद में 44 रन की तेज पारी खेली और जब वह आउट होकर मैदान से जाने लगे तो दर्शक खड़े होकर तालियां बजाने लगे.
मैकुलम के साथ मार्टिन गुप्टिल ने भी बेहद बढ़िया बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया. मैकुलम, गुप्टिल और हेनरी निकोलस ने मिलकर पहले 25 ओवर्स में टीम का स्कोर 182 रन पहुंचा दिया. इसके बाद कीवी टीम थोड़ा लड़खड़ा गई और एक समय 350 से ऊपर का आसान दिख रहा स्कोर केवल 307 पर जा थमा.
गुप्टिल के आउट होते ही खेल का रूख बदल गया. कीवी टीम का मध्यक्रम पूरी तरह से लड़खड़ा गया और 12 ओवर्स में 53 रन के स्कोर पर चार विकेट खो दिए. गुप्टिल ने रन आउट होने से पहले 76 गेंद में पांच छक्के और आठ चौके की मदद से 90 रन की पारी खेली.
अंत में मिशेल सैंटनर ने नाबाद 35 रन जोड़े. ऑस्ट्रेलिया के लिए मिशेल मार्श ने किफायती गेंदबाजी की जिन्होंने 35 रन देकर दो विकेट हासिल किए. हेजलवुड और फॉकनर को भी दो दो विकेट मिले. अब बारी थी टीम इंडिया को 4-1 से शिकस्त देकर पहुंची कंगारू टीम की. लेकिन इसका टॉप ऑर्डर पूरी तरह फ्लॉप रहा और एक समय सिर्फ 10 ओवर्स में ही छह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पवेलियन जा चुके थे. इसके लिए जिम्मेदार रहे बोल्ट और हेनरी जिन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टॉप ऑर्डर का पूरी तरह सफाया कर डाला. पहले 10 ओवर्स में ऑस्ट्रेलिया ने केवल 47 रन बनाए. पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम केवल 24.2 ओवर्स में 148 रनों के योग पर आउट हो गई और न्यूजीलैंड ने मैच 159 रनों से जीत लिया.
ऑस्ट्रेलिया पर दूसरी सबसे बड़ी जीत
यह ऑस्ट्रेलिया पर रनों के मामले में न्यूजीलैंड की दूसरी सबसे बड़ी जीत है. इससे बड़ी जीत 1986 में एडिलेड ओवल में मिली थी. यह जीत का अंतर 206 रन था. तब सर रिचर्ड हैडली और इवान चैटफील्ड ने ऑस्ट्रेलियाई टॉप ऑर्डर की बखिया उघेड़ दी थी. आज यह जिम्मेदारी हेनरी और बोल्ड ने बखूबी निभाई. इन दोनों की शानदार गेंदबाजी की बदौलत तो एक समय ऑस्ट्रेलिया का न्यूनतम वनडे स्कोर का रिकॉर्ड (70 रन) ही खतरे में दिखने लगा था. लेकिन जेम्स फॉकनर और मैथ्यू वेड उन्हें तिहरे अंक में पहुंचाने में सफल रहे.
10 ओवर में छह विकेट के बाद जीतना आसान नहीं’
मैच के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, ‘गुप्टिल और मैकुलम ने अच्छी शुरुआत दी. हम पिछड़ गए. 300 रन इस मैदान पर बनाया जा सकता था लेकिन हमने शुरुआती विकेट खोए. इसके लिए टॉप ऑर्डर जिम्मेदार है. 10 ओवर्स में 6 विकेट गिरने के बाद आपके लिए मैच जीतना आसान नहीं होता.’
न्यूलीलैंड के कप्तान ब्रेंडन मैकुलम ने कहा, ‘यह बेहद ही शानदार प्रदर्शन है, हम कुछ और रन बना सकते थे लेकिन आधे समय तक 300 से अधिक रन बनने से हम खुश थे. हमारी रणनीति थी कि हम शुरुआत में अधिकतम रन बनाएं. हमने पुरानी स्टाइल में अंतिम स्लॉग ओवर्स में रन बनाने की नीति पर काम नहीं किया. हमें नए बॉल के खिलाफ अधिकतम पाने की कोशिश करनी थी. मेरे विचार से पिच पर निकोलस की मौजूदगी उत्कृष्ट थी. गुप्टिल के साथ उसकी साझेदारी ने ही हमें 300 से ऊपर पहुंचाया.’
मैन ऑफ द मैच रहे मार्टिन गुप्टिल ने कहा, ‘मैं यहां खेलना पसंद करता हूं, घरेलू माहौल और बेहतरीन बैटिंग विकेट, छोटी बाउंड्री और इस पर आप अधिकतम बना सकते हैं.’
सीरीज का दूसरा मैच शनिवार को खेला जाएगा.