पूर्व क्रिकेटर वी.वी.एस. लक्ष्मण ने चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को IPL से निलंबित किए जाने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया लेकिन, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि क्रिकेट से ऊपर कुछ नहीं है.
निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण
लक्ष्मण ने एक बयान में कहा, 'IPL की दोनों टीमों को निलंबित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. IPL के नजरिए से हालांकि काफी कुछ सकारात्मक भी है. खेल से ऊपर कुछ भी नहीं है. मेरे खयाल से सभी के केंद्र में क्रिकेट है और रहेगा और क्रिकेट की ही अंतत: जीत होगी.' उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जस्टिस आर. एम. लोढ़ा समिति ने बीते सप्ताह IPL स्पॉट फिक्सिंग एवं सट्टेबाजी मामले में CSK के पूर्व टीम अधिकारी और ICC चेयरमैन एन. श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स टीम के सह-मालिक राज कुंद्रा पर आजीवन प्रतिबंध लगाने के साथ ही लोढ़ा समिति ने दोनों दोषियों की टीमों को भी दो वर्ष के लिए निलंबित कर दिया.
BCCI ने बनाया वर्किंग ग्रुप
टीमों के निलंबन के बाद BCCI ने लोढ़ा समिति के अध्ययन और IPL के भविष्य के कार्यक्रम का रोड मैप तैयार करने के लिए एक चार सदस्यीय वर्किंग ग्रुप का गठन किया है जिसमें, सौरव गांगुली, राजीव शुक्ला, अनुराग ठाकुर और अनिरुद्ध चौधरी हैं. लक्ष्मण ने कहा, 'मेरा इसमें पूरा विश्वास है कि IPL युवा खिलाड़ियों को ड्रेसिंग रूम में दिग्गज खिलाड़ियों के साथ अनुभव साझा करने का मौका प्रदान करने वाला बेहतरीन मंच है. मेरे खयाल से IPL में नकारात्मक चीजें बहुत कम हैं. लेकिन कुल मिलाकर मेरा मानना है कि युवा खिलाड़ियों के लिए IPL अच्छा है.' उन्होंने कहा, 'यह सब निश्चित तौर पर IPL की छवि के लिए ठीक नहीं है. लेकिन IPL के पिछले संस्करण में हमने शानदार क्रिकेट देखा.'
कुछ कहना जल्दबाजी होगी
लक्ष्मण ने कहा कि यह फैसला निलंबित टीमों के खिलाड़ियों के लिए खराब है, ऐसा कहना अभी जल्दबाजी होगी. उन्होंने कहा, 'BCCI ने एक वर्किंग ग्रुप का गठन किया है, जो इस संबंध में निर्णय लेगी. अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी और BCCI आगे की कार्यवाही के लिए सबसे उपयुक्त संस्थान है.'
कोच की राष्ट्रीयता मुद्दा नहीं
भारतीय टीम के कोच के मसले पर लक्ष्मण ने कहा, 'इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोच विदेशी है या भारतीय, जरूरत सबसे बेहतर व्यक्ति को उसके अनुरूप पद पर नियुक्त करने की है. यह सबसे महत्वपूर्ण है कि बेस्ट मैन को कोच नियुक्त किया जाए, क्योंकि एक कोच कार्य सिर्फ प्रशिक्षण देना ही नहीं बल्कि माहौल तैयार करना है.'