निचले क्रम पर रन बटोरते हुए पुछल्ले बल्लेबाजों ने कई बार टीम को मजबूती दी है. शीर्ष और मध्य क्रम के असफल होने के बाद कोई खिलाड़ी पिच पर उतरे और रनों की बौछार कर रिकॉर्ड बना दे... तो क्या कहने. आज से ठीक 32 साल पहले टेस्ट क्रिकेट में ऐसा कीर्तिमान बना था, जो अब तक नहीं टूटा है.
दरअसल, ऑकलैंड के ईडेन पार्क में भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज का तीसरा टेस्ट 22 फरवरी 1990 को शुरू हुआ था. भारत ने टॉस जीतकर कीवियों को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया. भारतीय गेंदबाजों ने पहली पारी में बेहतरीन प्रदर्शन करते मेहमान टीम को जोरदार झटके दिए और 85 रनों के भीतर 6 विकेट झटक लिये. कीवी टीम को 7वां झटका 131 रनों पर लगा.
लेकिन इसके बाद जो हुआ वह इतिहास बन गया. 9वें नबंर पर उतरे विकेटकीपर बल्लेबाज इयान स्मिथ ने कमाल की बल्लेबाजी की. उन्होंने 95 गेंदों में शतक जड़ डाला. अगली 23 गेंदों में वह 150 के पार चले गए. पहले दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड ने 9 विकेट पर 387 रन बना लिये थे. अगले दिन अंतिम विकेट के रूप में मनोज प्रभाकर की गेंद पर एलबीडब्ल्यू होने से पहले स्मिथ ने 136 गेंदों में 173 रनों की धुआंधार पारी खेली. इस दौरान उनके बल्ले से 23 चौके और 3 छक्के निकले. न्यूजीलैंड की टीम अपनी पहली पारी में 391 रन बनाने में कामयाब रही.
यानी इयान स्मिथ ने नंबर-9 पर बल्लेबाजी करते हुए नया विश्व रिकॉर्ड बना दिया था, जो आज तक कायम है.
टेस्ट क्रिकेटः 9वें नंबर पर सबसे बड़ी पारी
1. इयान स्मिथ (न्यूजीलैंड), 173 रन विरुद्ध भारत, 1990
2. स्टुअर्ट ब्रॉड (इंग्लैंड), 169 रन विरुद्ध पाकिस्तान, 2010
3. क्लेम हिल (ऑस्ट्रेलिया), 160 रन विरुद्ध इंग्लैंड, 1908
जवाब में भारत ने कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन की 192 रनों की पारी की बदौलत पहली पारी में 482 रन बना डाले. दूसरी पारी में न्यूजीलैंड ने एंड्रयू जोन्स (नाबाद 170 रन) और मार्टिन क्रो (113 रन) के शतकों के दम पर 5 विकेट पर 483 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. भारत को जीत के लिए 393 रनों का लक्ष्य मिला. उसने बिना विकेट गंवाए 149 रन बना लिये थे, पर समय बचा नहीं और यह टेस्ट मैच अनिर्णीत रहा.