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Sachin Tendulkar: जब शारजाह में ऑस्ट्रेलियाई बॉलर्स पर टूट पड़े सचिन तेंदुलकर, की जमकर धुनाई

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 25 साल पहले आज (22 अप्रैल) ही के दिन ऑस्ट्रेलियाई के खिलाफ 143 रनों की तूफानी पारी खेली थी. सचिन ने इस यादगार पारी में नौ चौके और पांच छक्के लगाए थे. सचिन की इस पारी को 'डेजर्ट स्टॉर्म' के नाम से भी जाना जाता है.

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Sachin Tendulkar vs Shane Warne (File)
Sachin Tendulkar vs Shane Warne (File)

क्रिकेट के 'भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भारतीय टीम के लिए कई यादगार पारियां खेली थीं. ऐसी ही उनकी यादगार पारी साल 1998 में शारजाह के मैदान पर देखने को मिली थी. 25 साल पहले आज (22 अप्रैल) ही के दिन सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ 131 गेंदों पर 143 रनों की तूफानी पारी खेली थी. सचिन ने इस यादगार पारी में नौ चौके और पांच छक्के लगाए थे.

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सचिन तेंदुलकर की इस पारी को 'डेजर्ट स्टॉर्म' के नाम से भी जाना जाता है. दरअसल, जब टीम इंडिया 285 रनों के टारगेट का पीछा कर रहा थी, तो उसी समय शारजाह में रेतीला तूफान आ गया और कुछ देर के लिए मैच रोकना पड़ा. जब तूफान रुका तो मैदान के अंदर 'सचिन तेंदुलकर' नाम का तूफान आया, जिसने पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को उड़ा दिया.

सौरव गांगुली के साथ ओपनिंग करने उतरे सचिन तेंदुलकर ने मानो मन में कुछ ठान रखा हो. सचिन ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को जिस तरह खेलना शुरू किया उससे उनकी मंशा साफ दिखाई दे रही थी. सचिन ने शेन वॉर्न, माइकल कास्प्रोविच, स्टीव वॉ, टॉम मूडी किसी को नहीं बख्शा और आगे बढ़-बढ़ कर चौके एवं छक्के जड़े. भारतीय टीम भले यह मैच हार गई, लेकिन नेट रन-रेट के दम पर उसने फाइनल में जगह बना ली.

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माइकल बेवन ने खेली थी शतकीय पारी

भारत, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच आयोजित कोका कोला कप के उस छठे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी करते हुए अपने 50 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 284 रनों का स्कोर खड़ा किया. माइकल बेवन ने नौ चौकों की मदद से 103 गेंदों पर नाबाद 101 रनों की पारी खेली थी. वहीं मार्क वॉ ने 81 रनों का अहम योगदान दिया था, जिसमें सात चौके और दो सिक्स शामिल रहे. भारत की ओर से वेंकटेश प्रसाद ने सबसे ज्यादा दो विकेट लिएय

जवाब में रेतीला तूफान आने के चलते भारत को 46 ओवरों में जीत के लिए 276 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला था. हालांकि भारतीय टीम 5 विकेट पर 46 ओवरों में 250 रन ही बना सकी और मैच को 26 रनों से गंवा दिया. लेकिन भारत को फाइनल के लिए क्वालिफाई करने के लिए 46 ओवरों में 238 रनों की ही जरूरत थी, जो उसने हासिल कर लिया था.

खास बात यह है कि सचिन तेंदुलकर ने इसके बाद 24 अप्रैल को 25वें जन्मदिन पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल मुकाबले में 134 रनों की धुआंधार पारी खेल डाली. सचिन की उस शानदार पारी की बदौलत भारत ने कंगारू टीम को छह विकेट से हराकर कोका कोला कप पर कब्जा कर लिया था.

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