कराची में खेले गए पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया (Pakistan Vs Australia) के बीच दूसरे टेस्ट मुकाबले का अंत काफी रोमांचक अंदाज में हुआ. ऑस्ट्रेलिया ने चौथी पारी में पाकिस्तान को 506 रनों का लक्ष्य दिया था. जिसका पीछा करते हुए पाकिस्तान ने 7 विकेट खोकर 443 रन बनाए. इस टेस्ट मैच के चौथे दिन तक ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज पाकिस्तानी बल्लेबाजों पर काफी हावी लग रहे थे. ऑस्ट्रेलिया ने इमाम उल हक और अजहर अली का विकेट लेकर जीत की तरफ कदम बढ़ा लिए थे.
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम (Babar Azam) और युवा बल्लेबाज अब्दुल्ला शफीक ने पहले दो विकेट गिरने के बाद मोर्चा संभाला. दोनों ने मिलकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का जमकर सामना किया. चौथे दिन का खेल खत्म होने तक पाकिस्तान ने 2 विकेट खोकर 192 रन बना लिए थे. अब्दुल्ला शफीक और बाबर आजम के रूप में पाकिस्तान (Pakistan) के पास दो सेट बल्लेबाज क्रीज पर थे. आखिरी दिन एक बेजान पिच पर पाकिस्तान को 314 रन बनाने थे.
दोनों टीमों ने गंवाया जीत का मौका
इस वक्त तक दोनों टीमों के पास मुकाबले को अपने नाम करने का एक बेहतरीन मौका था. पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया दोनों के पास सीरीज में 1-0 से आगे बढ़ने का मौका था. लेकिन अंतिम दिन दोनों टीमों ने की गलतियों की वजह से एक और मुकाबला ड्रॉ पर ही खत्म हुआ. पाकिस्तान ओपनर अब्दुल्ला शफीक के नर्वस नाइन्टीज में आउट होने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाज भी नर्वसनेस का शिकार हो गए, फवाद आलम से लेकर लंबे समय तक विकेट में टिके रहे बाबर भी शफीक के आउट होने के बाद और रक्षात्मक हो गए.
पाकिस्तान को 10 ओवर बाद एक और झटका लगा, फवाद आलम का विकेट गिरने के बाद पाकिस्तान ने जीत की पूरी उम्मीद को अलविदा कह दिया था. हालांकि अंत में पाकिस्तान लक्ष्य से सिर्फ 63 रन दूर था.
पांचवें दिन अब्दुल्ला शफीक के विकेट के बाद पाकिस्तान की अपनाई रणनीति ने पाकिस्तान को कराची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इतिहास रचने से रोक दिया. हालांकि पाकिस्तान ने बाबर और रिजवान की साझेदारी के बीच एक बार फिर से कोशिश की थी लेकिन बाबर के आउट होते ही पाक ने फिर से अपना गियर बदल लिया था.
ऑस्ट्रेलिया के पास था सुनहरा मौका
वहीं ऑस्ट्रेलिया (Australia) भी दिन की शुरुआत में पाकिस्तान के साथ बराबरी पर था, लेकिन पाकिस्तान की लंच और चाय के बीच बल्लेबाजी ने ऑस्ट्रेलिया को मुकाबले में वापसी का मौका दे दिया था. ऑस्ट्रेलिया के पास दिन के अंत में भी एक अच्छी रोशनी मौजूद होने के बावजूद गेंदबाजी विकल्पों में खराब चयन की बदौलत टेस्ट ड्रॉ कराने के मजबूर होना पड़ा. पैट कमिंस दिन के आखिरी ओवरों में नाथन लियोन के साथ दूसरी पारी में मिचेल स्वेप्सन और 1 ओवर मार्नस लाबुशेन से करवाया.
लगातार गैम्बल की वजह से पैट कमिंस के हाथों से विदेश में उनके नाम पहली टेस्ट जीत दर्ज होने से वह महज 3 विकेट दूर रहे. ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजी में हुई अपनी कुछ गलतियों की वजह से इस मुकाबले में जीत दर्ज करने से चूक गया. दोनों टीमों के बीच अभी सीरीज 1-1 से बराबरी पर है.
पाकिस्तान में खेले गए दोनों टेस्ट मुकाबलों में विकेट को लेकर विवाद नजर आया है. कराची में भी विकेट बिल्कुल बेजान दिखा, जिसने पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया के द्वारा दिए गए लक्ष्य के इतने करीब पहुंचने का मौका दिया और टेस्ट को अंतिम 2 दिन में रोमांचक बनाने में मदद की. हालांकि ऐसे विकेट अक्सर गेंदबाजों के हौंसले को ही तोड़ते हैं. उम्मीद है लाहौर में दोनों टीमो के बीच बल्ले और गेंद दोनों से बेहतरीन प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी.