ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम इन दिनों पाकिस्तान दौरे पर है. यहां दोनों टीम के बीच तीन टेस्ट की सीरीज खेली जा रही है. तीसरा और सीरीज का आखिरी टेस्ट 21 मार्च से लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेला जाएगा. इस सीरीज में पाकिस्तान की खराब पिच जमकर उजागर हुईं, जिसको लेकर दुनियाभर में उसकी आलोचना भी हुई.
पहला टेस्ट रावलपिंडी में हुआ था, जिसकी पिच बेहद खराब रही थी. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इस पिच को औसत से नीचे (below average) बताया था. दूसरा टेस्ट कराची में हुआ. इसकी पिच पर भी कई सवाल खड़े हुए. यह दोनों ही टेस्ट ड्रॉ हुए.
ऐसे में तीसरे टेस्ट के लिए गद्दाफी स्टेडियम की पिच का निरीक्षण करने और मदद करने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने ICC के पूर्व हेड क्यूरेटर टॉबी लुम्स्डेन (Toby Lumsden) को लेटर लिखकर बुलाया है. साथ ही पीसीबी ने कहा है कि किसी विदेशी क्यूरेटर से कहें कि वह गुणवत्ता वाली पिच तैयार करने में मदद करें.
टर्निंग पिच के लिए भारत की मदद लें: आकिब
इस पर पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज और कोच आकिब जावेद ने पीसीबी को एक सुझाव दिया है. उन्होंने कहा है कि हमें अच्छी पिच बनाने में मदद के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है, जबकि पास ही में भारत जैसा देश मौजूद हो. वहां मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता और चेन्नई में शानदार क्यूरेटर हैं. उनसे मदद लेनी चाहिए.
आकिब ने एक यूट्यूब चैनल पर कहा कि हम इधर-उधर क्यों जाएं? मेरा कहना है कि हमें मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई आदि शहरों के क्यूरेटर से मदद लेना चाहिए. वहां किस तरह से स्पिनर की मददगार शानदार पिच बनाई जाती हैं. मैं अब तक हैरान हूं कि अब तक पाकिस्तान अच्छे टर्निंग ट्रैक (पिच) क्यों नहीं बना पाया है, जहां हमारे स्पिनर्स को मदद मिल सके.
दो टेस्ट में कुल 2300 से ज्यादा रन बने, 8 शतक लगे
पाकिस्तान दौरे पर ऑस्ट्रेलिया द्वारा खेले गए सीरीज के शुरुआती दोनों टेस्ट की पिच बल्लेबाजों की मददगार रही. दोनों टेस्ट में कुल 8 शतक लगे, जिसमें 6 पाकिस्तानी प्लेयर ने लगाए. दोनों टेस्ट में कुल 2300 से ज्यादा रन बने, जबकि विकेट रालपिंडी में सिर्फ 14 और कराची में 28 ही गिरे. एक टेस्ट की 4 पारियों में कुल 40 विकेट होते हैं.