Bismah Maroof Pakistan Womens Team: पाकिस्तान की पुरुष क्रिकेट टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहां टी20 वर्ल्ड कप 2022 में वह सेमीफाइनल की रेस से बाहर होने की कगार पर खड़ी है. वहीं, दूसरी ओर महिला टीम अपने घर में आयरलैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज का आगाज करने को तैयार है.
मगर इन सबके बीच पाकिस्तानी महिला क्रिकेट टीम की कप्तान बिस्माह मारूफ का एक बड़ा बयान आया है. उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की पोल खोलकर रख दी है. मारूफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरेआम पीसीबी को खरी-खरी सुनाई है. उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए कहा है कि करीब 8 साल से महिला खिलाड़ियों की फीस नहीं बढ़ी है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिस्माह ने सुनाई खरी-खरी
बिस्माह मारूफ ने कहा कि महिला खिलाड़ी भी पुरुषों की तरह ही कड़ी मेहनत करती हैं. ऐसे में सभी को समान वेतन मिलना चाहिए, जैसा कि भारत और न्यूजीलैंड देशों में मिलता है. साथ ही बिस्माह ने पीसीबी की पोल खोलते हुए कहा कि 8 साल से महिला खिलाड़ियों का वेतन नहीं बढ़ा है. पाकिस्तानी बोर्ड को भारत, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की बराबरी करने के लिए अभी और मेहनत करने की जरूरत है.
महिला खिलाड़ी भी कड़ी मेहनत करती हैं
पाकिस्तान महिला टीम की कप्तान मारूफ ने कहा, 'मेरा मानना है कि महिला क्रिकेटर्स भी कड़ी मेहनत करती हैं. मगर इसमें कोई शक नहीं है कि पाकिस्तान महिला क्रिकेट को अब भी भारत, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बराबरी पर आने के लिए काफी विकास करना होगा.'
इसी के साथ बिस्माह मारूफ ने पाकिस्तान बोर्ड की तारीफ भी की. उन्होंने कहा, 'मगर यह भी एक सच्चाई है कि कुछ सालों में पीसीबी ने महिला खिलाड़ियों को कई तरह के इनाम भी दिए हैं. इसके साथ ही शानदार सुविधाएं और अच्छे कोच भी उपलब्ध कराए हैं.'
आज होगा पाकिस्तान-आयरलैंड के बीच मैच
बता दें कि आयरलैंड की महिला क्रिकेट टीम इन दिनों पाकिस्तान दौरे पर है. यहां दोनों टीमों के बीच तीन वनडे और फिर इतने ही मैचों की टी20 सीरीज खेली जानी है. दौरे का आगाज वनडे सीरीज से होगा. पहला मैच आज (4 नवंबर) को लाहौर में होगा. इसी मुकाबले से पहले बिस्माह मारूफ ने प्रैस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें यह खुलासा किया है.
न्यूजीलैंड और भारत में मिलती है समान फीस
दरअसल, महिला और पुरुष क्रिकेटर्स के बीच समान वेतन का नियम न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने इसी साल लागू किया था. यह एक ऐतिहासिक फैसला रहा था. इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भी यह नियम लागू किया है. इसके तहत अब से भारत में पुरुष खिलाड़ियों के बराबर ही महिलाओं को भी मैच फीस मिला करेगी.