पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान को स्पॉट फिक्सिंग मामले में जांच के बाद सस्पेंड कर दिया है. इरफान पर पाकिस्तान सुपर लीग में स्पॉट फिक्सिंग का आरोप है. इरफान ने पीसीबी एंटी करप्शन यूनिट के सामने स्वीकार किया है कि उन्होंने सट्टेबाजो से बात की थी.
सट्टेबाजो ने पीएसएल मैच के दौरान इरफान से संपर्क साधा था. पीसीबी ने इरफान से 14 दिन में जवाब देने को कहा है. इस दौरान वो किसी भी तरह की क्रिकेट में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. क्रिकेट बोर्ड की तरफ से उन्हें चार्जशीट भी दी गई है. उन पर पीसीबी की आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप है.
वहीं इरफान ने एक दिन पहले कहा था कि उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग के ऑफर की बात पहले इसलिए नहीं बताई, क्योंकि वो गहरे मानसिक दबाव में थे. उन्होंने कहा कि हाल में उनके अभिभावकों की मौत हुई है, जिसकी वजह से वो सदमे में थे. इरफान ने पीसीबी एंटी करप्शन यूनिट के सामने माना कि उन्हें स्पॉट फिक्सिंग का ऑफर मिला था.
लेकिन इरफान इस बात से साफ इनकार किया है कि उन्होंने कुछ गलत किया है. उन्होंने कहा, ‘पहले मेरे पिता की मौत पिछले साल सितंबर में हो गई. उसके बाद जनवरी में मेरी मां का लंबी बीमारी के बाद इंतकाल हो गया. मैं इनकी मौत के बाद गहरे मानसिक दबाव में था. इसलिए मैं स्पॉट फिक्सिंग के ऑफर की बात सामने नहीं ला पाया.’
इंटरनेशनल क्रिकेट का यह सबसे लंबे कद का खिलाड़ी पीएसएल में इस्लामाबाद यूनाइटेड के लिए खेल रहा था. पीसीबी के नियमों के मुताबिक ऐसा कोई ऑफर आने पर खिलाड़ी के लिए एंटी करप्शन यूनिट को तुरंत जानकारी देना जरूरी है. ऐसा न करने पर सजा मिलती है. इससे पहले पीसीबी ने शरजील खान और खालिद लतीफ को सस्पेंड किया था. पीसीबी प्रवक्ता के अनुसार इरफान पर आचार संहिता के नियम 2.4.4 के उल्लंघन का आरोप है.