भारत-पाकिस्तान के क्रिकेट रिश्तों की बहाली के कयासों के बीच पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान ने सोमवार माना कि इन दोनों देशों के बीच दिसंबर में यूएई में पूर्व निर्धारित सीरीज वास्तव में खतरे में है.
'स्पष्ट जवाब के लिए जाएंगे भारत'
उन्होंने कहा कि उनकी योजना इस मसले पर विचार विमर्श के लिए अगले महीने भारत दौरा करने की है. इस पूर्व राजनयिक ने लाहौर में कहा कि वह सीरीज को लेकर बीसीसीआई पदाधिकारियों और सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे.
उन्होंने कहा, 'इस समय सीरीज वास्तव में खतरे में है. लेकिन मेरी योजना दिसंबर में मैचों के आयोजन को लेकर भारत जाकर स्पष्ट जवाब पाने की है.' शहरयार ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड दोनों देशों के बीच 2015 से 2022 के बीच छह द्विपक्षीय सीरीज के लिए हुए करार का पूरा सम्मान करने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा, 'मैं भारत में संबंधित अधिकारियों के साथ खुलकर चर्चा करना चाहता हूं क्योंकि हम तैयारियों में देरी नहीं कर सकते हैं और हम जानना चाहते हैं कि अभी हमारी स्थिति क्या है.' शहरयार ने कहा कि इस पूरे मामले में सकारात्मक पहलू यह है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) भी सीरीज खेलने के लिए तैयार है लेकिन वह सरकार से मंजूरी का इंतजार कर रहा है.
'बीसीसीआई भी चाहता है भारत-पाक सीरीज'
उन्होंने कहा, 'बीसीसीआई पाकिस्तान के साथ हुए करार का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन उन्हें हाल में चुनी गई सरकार से अनुमति लेने की जरूरत है.'
भारत में उच्चायुक्त रह चुके शहरयार ने स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव सीरीज पर भारी पड़ रहा है. उन्होंने कहा, 'मैं इस सीरीज को अनुमति देने के लिए सरकारों को मनाने की हर संभव कोशिश कर रहा हूं लेकिन वर्तमान राजनीतिक रिश्तों का भी प्रभाव पड़ेगा और हम नहीं जानते कि अगले छह महीनों में स्थिति कैसी रहेगी.'
'खेल और राजनीति को अलग रखा जाए'
शहरयार ने कहा कि पूर्व क्रिकेटरों, पीसीबी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समुदाय का मानना है कि पाकिस्तान और भारत को नियमित द्विपक्षीय सीरीज खेलनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'पीसीबी का रवैया अब भी यही है कि खेल और राजनीति को अलग अलग रखा जाना चाहिए.' उन्होंने उम्मीद जतायी कि बीसीसीआई समझौते का सम्मान करेगा और भारत सरकार से भी दिसंबर में होने वाली सीरीज के लिए जल्द ही हरी झंडी मिल जाएगी. शहरयार ने कहा, 'अगर ऐसा नहीं होता है तो यह कुल मिलाकर क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं होगा.'