युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के अपने पदार्पण मैच में ही शतक से मुंबई ने आज यहां तमिलनाडु को छह विकेट से हराकर 46वीं बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनाई. जहां उसका सामना गुजरात से होगा. तीन साल पहले स्कूली मैच में 546 रन की पारी खेलकर चर्चा में आने वाले सत्रह वर्षीय बल्लेबाज पृथ्वी ने 120 रन की जबर्दस्त पारी खेली जिससे 41 बार के चैंपियन मुंबई ने खेल के पांचवें और अंतिम दिन आज यहां 251 रन का लक्ष्य चार विकेट खोकर हासिल कर दिया.
पृथ्वी शॉ ने लगाया शतक
मुंबई अब 42वीं बार खिताब जीतने के लिये गुजरात से भिड़ेगा जिसने झारखंड को हराकर दूसरी बार फाइनल में प्रवेश किया था. तमिलनाडु ने अपनी दूसरी पारी छह विकेट पर 356 रन पर समाप्त घोषित करके मुंबई के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था. लेकिन पृथ्वी की शानदार बल्लेबाजी ने इसे बौना बना दिया. दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 272 मिनट क्रीज पर बिताये और 175 गेंदें खेली. उन्होंने अपनी पारी में 13 चौके और एक छक्का लगाया. अपनी पारी के दौरान उन्होंने तीन अर्धशतकीय साझेदारियां भी निभायी. मैन आफ द मैच पृथ्वी ने प्रफुल्ल वाघेला (36) के साथ पहले विकेट के लिये (90) श्रेयस अय्यर (40) के साथ दूसरे विकेट के लिये (91) और सूर्यकुमार यादव (34) के साथ तीसरे विकेट के लिये (57) रन जोड़े. पृथ्वी आखिर में बायें हाथ के स्पिनर औशिक श्रीवानिस (73) रन देकर दो विकेट की गेंद पर डीप मिडविकेट पर कैच देकर पवेलियन लौटे लेकिन तब मुंबई लक्ष्य से केवल दस रन दूर था.
सचिन, रहाणे के क्लब में शामिल हुआ पृथ्वी शॉ
इस बीच भाग्य ने भी पृथ्वी का साथ दिया. जब वह 99 रन पर थे तब विजय शंकर की गेंद पर उन्होंने शार्ट थर्ड मैन पर कैच थमा दिया था. अंपायर ने हालांकि इसे नोबाल दिया जिससे पृथ्वी को शतक जमाकर अपने मुंबई की तरफ से पदार्पण मैच में शतक जड़ने वाले सचिन तेंदुलकर और अंजिक्य रहाणे जैसे बल्लेबाजों की सूची में शामिल होने का मौका मिल गया.
मुंबई और गुजराज के बीच होगा फाइनल मुकाबला
मुंबई ने सुबह बिना किसी नुकसान के पांच रन से आगे खेलना शुरू किया था. रविचंद्रन अश्विन के बिना उतरा तमिलनाडु का गेंदबाजी आक्रमण कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाये तथा मुंबई के बल्लेबाजों विशेषकर पृथ्वी ने सहजता से रन बटोरे. नवंबर 2013 में हैरिस शील्ड मैच में 546 रन की रिकार्ड पारी खेलने वाले शॉ ने एक मंझे हुए बल्लेबाज की तरह बल्लेबाजी की और ढीली गेंदों को बाउंड्री तक पहुंचाने में कोताही नहीं बरती. फाइनल 10 से 14 जनवरी के बीच इंदौर में खेला जायेगा.