वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए चुनी गई भारतीय टीम में युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को जगह नहीं मिली है. विजय हजारे ट्रॉफी और आईपीएल-14 में रनों की बरसात करने वाले पृथ्वी शॉ का टीम में नहीं होना चौंकाने वाला है. शानदार फॉर्म में होने के बावजूद पृथ्वी को टीम में क्यों नहीं लिया गया ये सवाल हर किसी के जेहन में है.
इस बीच, बीसीसीआई से जुड़े एक सूत्र ने पृथ्वी के टीम में नहीं चुने जाने का कारण बताया है. 'टाइम्स ऑफ इंडिया' ने सूत्र के हवाले से बताया, 'टीम इंडिया में वापसी के लिए पृथ्वी शॉ को अपनी फिटनेस पर काम करना होगा, उन्हें अपना वजन कम करना होगा.'
सूत्र ने यह भी कहा कि पृथ्वी शॉ के पास सीखने के लिए ऋषभ पंत का उदाहरण है. पंत को भी उनके वजन के चलते टीम से बाहर कर दिया था लेकिन उन्होंने खुद पर काम किया और शानदार वापसी की. बीसीसीआई से जुड़े सूत्र ने कहा कि पृथ्वी शॉ 21 साल के हैं और उम्र के हिसाब से वह मैदान में बहुत धीमे हैं. उन्हें वजन घटाने की जरूरत है.
सूत्र ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में फील्डिंग के दौरान भी उनके पास एकाग्रता की कमी थी. उनके सामने ऋषभ पंत का उदाहरण है. अगर पंत कुछ महीनों में चीजें बदल सकते हैं, तो पृथ्वी भी ऐसा कर सकते हैं.
बीसीसीआई से जुड़े सूत्र ने आगे कहा कि पृथ्वी शॉ को कुछ और टूर्नामेंट के लिए इस फॉर्म को बनाए रखना होगा. उन्हें अक्सर एक अच्छी सीरीज के आधार पर टीम में चुना जाता है और इसके बाद वह इंटरनेशनल क्रिकेट में संघर्ष करते हुए नजर आते हैं. वह शानदार खिलाड़ी हैं और उन्हें लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
शानदार फॉर्म में हैं पृथ्वी शॉ
ये युवा बल्लेबाज शानदार फॉर्म में चल रहा है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में फ्लॉप रहने वाले पृथ्वी शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में अपने बल्ले का दम दिखाया. उन्होंने कुल 827 रन बनाकर मुंबई को चैम्पियन बनाया. पृथ्वी ने इसी फॉर्म को आईपीएल में भी जारी रखा. उन्होंने 8 मैचों में 38.50 की औसत से 308 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 3 अर्धशतक जड़े. पृथ्वी शॉ ने केकेआर के खिलाफ मुकाबले में 18 गेंदों में फिफ्टी जड़ी थी. आईपीएल के इस सीजन की ये दूसरी सबसे तेज फिफ्टी थी.