'चोक' शब्द का इस्तेमाल खेल जगत में खूब किया जाता है. इस शब्द का इस्तेमाल उस टीम या खिलाड़ी के लिए किया जाता है जो मैच फेवर में होने के बावजूद आखिरी मौकों पर इसे गंवा देते हैं. क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम को 'चोकर्स' कहा जाता है.
दक्षिण अफ्रीकी टीम वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में अहम मौकों पर जीतता हुआ मैच गंवा कर कभी भी फाइनल तक नहीं पहुंच पाई है. करीब 20 साल से दक्षिण अफ्रीकी टीम पर 'चोकर्स' होने का बट्टा लगा हुआ है. दक्षिण अफ्रीकी टीम के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने कहा कि जब मैंने डेब्यू किया था तब से यह सुनता आया हूं और 12 साल के क्रिकेट करियर के बाद संन्यास लेने के बाद भी यही सुन रहा हूं.
स्मिथ ने कहा, 19 सालों से दक्षिण अफ्रीकी टीम वर्ल्ड कप दावेदारों में तो शुमार है लेकिन कभी भी फाइनल तक नहीं पहुंच सकी है. 1992, 1996 और 1999 वर्ल्ड कप में मैं टीम का हिस्सा नहीं था लेकिन मुझे इन तीनों टूर्नामेंट में मिली हार याद है. उसके बाद 2003, 2007 और 2011 वर्ल्ड कप में मैं टीम का हिस्सा था.
स्मिथ ने कहा, 'हम जिस तरह से बाहर हुए वो बहुत कष्टकारी था लेकिन अब इसे समझकर वर्तमान में देखना होगा कि क्या किया जा सकता है. चोकर्स टैग के साथ ही टीम को 2015 वर्ल्ड कप में जाना पड़ रहा है.' उन्होंने कहा कि लेकिन अब टीम इस टैग को पीछे छोड़ने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, 'मुझे पता है कि वर्तमान टीम को वो सारी खूबियां हैं जिससे ये टीम वर्ल्ड कप खिताब जीत सकती है. मुझे उम्मीद है टीम बहुत आगे तक जाएगी, मैं उम्मीद कर रहा हूं कि 29 मार्च 2015 को ये टीम नए टैग 'हिस्ट्री-मेकर्स' के साथ सामने आएगी.'