Rajat Patidar, England Vs India: रजत पाटीदार को इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में विराट कोहली के रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम इंडिया में शामिल किया गया, उनसे बड़ी उम्मीदें थीं, टीम इंडिया के मैनेजमेंट ने भी उनपर भरोसा जताया. कोहली के फेवरेट बल्लेबाजी पोजीशन यानी नंबर 4 पर उनको खेलने का मौका मिला.
अब तक वो 5 इनिंग्स खेले हैं, सभी में उनका बैटिंग ऑर्डर नंबर 4 ही रहा है. पर उनका सीरीज में प्रदर्शन उनकी प्रतिभा के अनुसार नहीं रहा है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं क्या वो धर्मशाला टेस्ट में उनको जगह मिल पाएगी, हालांकि रांची टेस्ट की एक पारी अभी बाकी है.
पाटीदार ने अब तक 5 मैचों में केवल 63 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका एवरेज है 12.6 है. पाटीदार का यह प्रदर्शन उनके घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन के भी आसपास नहीं हैं. पाटीदार ने 57 फर्स्ट क्लास मैचों की 97 इनिंग में 44.46 के एवरेज से 4046 रन बनाए हैं. ऐसे में उनका वर्तमान फॉर्म बेहद चिंताजनक है.
टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने रांची टेस्ट शुरू होने से पहले रजत पाटीदार का समर्थन किया था. विक्रम राठौर ने कहा था कि वो रजत पाटीदार लगातार बात कर रहे हैं.
इस दौरान राठौड़ ने इस बात पर जोर दिया था कि कोई खिलाड़ी केवल दो खराब मैचों के आधार पर बेकार प्लेयर नहीं हो जाता है, ये किसी के साथ भी हो सकता है. ऐसे में एक बात तो साफ है कि फिलहाल टीम इंडिया का मैनजेमेंट पाटीदार के साथ नजर आ रहा है.
वैसे टीम इंडिया के मैनेजमेंट का यह फैसला सटीक भी माना जा सकता है, क्योंकि हाल में शुभमन गिल के साथ भी ऐसा हुआ था, वो लगातार टेस्ट क्रिकेट में फुस्स हो रहे थे.
इसके बाद भी उनको टीम में रखा गया. वाइजैग (विशाखापत्तनम) में 332 दिनों बाद 4 फरवरी को उन्होंने टेस्ट शतक जड़ा था. 9 मार्च 2023 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद में गिल के बल्ले से आखिरी शतक आया था. उस शतक के बाद से गिल 12 पारियों में एक फिफ्टी तक नहीं लगा पाए थे.
पारी को लंबा नहीं कर पा रहे पाटीदार, यहां हो रही गलती
पाटीदार ने वाइजैग में डेब्यू मैच की पहली पारी में 32 रनों की पारी खेली, इस दौरान उन्होंने 78 गेंदों का सामना किया. फिर उसके बाद वो कोई भी पारी लंबी नहीं खींच सके. इसके बाद पाटीदार 9 (वाइजैग), 5 और 0 (राजकोट टेस्ट), 17 (रांची टेस्ट) रनों पर आउट हुए. हालांकि पाटीदार किसी भी मैच में खराब शॉट खेलकर आउट नहीं हुए हैं, ऐसा नहीं लगा कि वो जबरदस्ती आउट हो गए थे. संभवत: वो इंटरनेशनल मैचों का प्रेशर हैंडल नहीं कर पा रहे हैं, जो उनके आउट होने की वजह बन रहा है.