24 साल के रजनीश गुरबानी (7/68) की शानदार गेंदबाजी के दम पर विदर्भ ने पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई. दूसरे सेमीफाइनल में उसने गुरुवार को 8 बार की विजेता टीम कर्नाटक को 5 रनों से हराया. विदर्भ का सामना अब फाइनल में दिल्ली से होगा. सेमीफाइनल में विदर्भ के लिए कुल 12 विकेट लेने वाले राइट आर्म मीडियम पेसर गुरबानी को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. विदर्भ और दिल्ली के बीच अब खिताबी भिड़ंत इंदौर के होल्कर स्टेडियम में 29 दिसंबर से होगी.
ईडन गार्डन्स में खेला गया यह मुकाबला रोमांचक मोड़ पर था. कर्नाटक को जीत के लिए केवल 87 रनों की जरूरत थी. वहीं, विदर्भ को तीन विकेट हासिल करने थे. अपनी दूसरी पारी में विदर्भ ने 313 रन बनाकर कर्नाटक को 198 रनों का लक्ष्य दिया था. इस लक्ष्य को हासिल करने उतरी कर्नाटक ने बुधवार को दिन का खेल समाप्त होने तक 7 विकेट पर 111 रन बना लिए थे.
पिछले दिन के नाबाद बल्लेबाजों श्रेयस गोपाल (नाबाद 24) और कप्तान विनय कुमार (36) ने 30 रन जोड़कर कर्नाटक को 141 के स्कोर तक पहुंचाया. इसी स्कोर पर गुरबानी ने विनय को विकेट के पीछे खड़े अक्षय वाडकर के हाथों कैच आउट करवाकर पवेलियन का रास्ता दिखाया और इस साझेदारी को मजबूत नहीं होने दिया.
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इसके बाद गोपाल के साथ मिलकर अभिमन्यु मिथुन (33) ने 48 रनों की साझेदारी की और टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया, लेकिन एक बार फिर गुरबानी कर्नाटक की परेशानी बन गए.गुरबानी ने इस साझेदारी को भी जमने नहीं दिया और 189 के स्कोर पर मिथुन उनकी गेंद पर आदित्य सर्वते के हाथों लपके गए.
कर्नाटक को जीत के लिए केवल नौ रन चाहिए थे और उसके पास केवल एक विकेट बाकी था. पहली बार फाइनल में प्रवेश की उम्मीद लिए खड़ी विदर्भ की आंखों में उस समय चमक आ गई, जब गुरबानी ने 192 के कुल स्कोर पर कर्नाटक की आखिरी उम्मीद को भी तोड़ दिया. उन्होंने श्रीनाथ अरविंद (2) को अपूर्व वानखेड़े के हाथों कैच आउट करवाकर विदर्भ को 5 रनों की जीत देकर रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा दिया.