भारतीय टीम के निदेशक रवि शास्त्री ने टीम के प्रदर्शन नहीं कर पा रहे बल्लेबाजों को वेस्टइंडीज के खिलाफ आईसीसी वर्ल्ड टी20 सेमीफाइनल में अपने खेल में सुधार करने की बात करते हुए कहा कि मेजबान टूर्नामेंट के इस चरण में केवल एक या दो खिलाड़ियों के खेल पर ही निर्भर नहीं रह सकता.
शास्त्री ने उम्मीद जताई कि अभी तक अच्छा नहीं कर पाने वाले रोहित शर्मा, शिखर धवन और सुरेश रैना जैसे बल्लेबाज जब वानखेड़े में सेमीफाइनल के दौरान आगे बढ़कर अपनी काबिलियत साबित करेंगे. शास्त्री ने मैच से एक दिन पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मेरा अब भी मानना है कि हम इस टूर्नामेंट में केवल अपनी 70 फीसदी क्षमता से ही खेले हैं. अब भी ऐसे क्षेत्र हैं, जहां हम सुधार कर सकते हैं. उम्मीद करते हैं कि ऐसा सेमीफाइनल में हो जाए.’
उन्होंने कहा, ‘सेमीफाइनल मैच में आपको अपना ‘ए’ खेल दिखाना होगा. आप सिर्फ एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं कर सकते, आपको छह-सात खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की जरूरत है. इस टूर्नामेंट में ऐसा अभी तक नहीं हुआ है. उम्मीद करते हैं कि ऐसा मैच के दिन होगा. शास्त्री खराब प्रदर्शन कर रहे टॉप ऑर्डर का जिक्र कर रहे थे जिसमें से केवल विराट कोहली ही शानदार खेल रहे हैं.
कोहली टी20 की बेस्ट इनिंग्स खेले
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में कोहली की नाबाद 82 रन की पारी की प्रशंसा करते हुए शास्त्री ने कहा कि दिल्ली के इस बल्लेबाज ने 2014 में इंग्लैंड में खराब प्रदर्शन के बाद काफी कड़ी मेहनत से अपना भाग्य बदला है. शास्त्री ने कहा, ‘मौके और दबाव को देखते हुए यह शानदार पारी थी, आपने टी20 क्रिकेट में जो सर्वश्रेष्ठ पारियां देखीं, उनमें से यह एक थी. उसने जिस तरह के शॉट खेले, अविश्वसनीय थे. जब मैंने अपना काम शुरू किया था तो उसकी फार्म देखते हुए मुझे कोई शक नहीं था कि वह वापसी करेगा. यह सिर्फ दिमाग का मामला था. कोई भी विराट से ज्यादा कड़ी ट्रेनिंग नहीं करता. अगर पिछले 18 महीनों में वह जितना सफल हो सकता है, उतना सफल है तो इसका श्रेय उसकी कड़ी मेहनत और उसकी काबिलियत को दिया जाना चाहिए.’