भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन नहीं चाहते है कि कोविड-19 महामारी के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कीमत पर टी20 लीग का अधिक आयोजन हो. इस महामारी के कारण कई देशों में यात्रा प्रतिबंध है, जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के लिए स्थितियां अनुकूल नहीं होंगी.
टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेजी से 350 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने अश्विन ने कहा कि अगर उनके शरीर ने साथ दिया, तो वह खेल के पारंपरिक प्रारूप में शानदार प्रदर्शन जारी रख सकते हैं. उन्होंने इसके साथ ही चार दिवसीय टेस्ट के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया.
अश्विन ने ईएसपीएनक्रिकइंफो पर संजय मांजरेकर के साथ ‘वीडियोकास्ट’ में कहा, ‘ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय सीमाएं बंद है और मैं वास्तव में यह उम्मीद करता हूं कि इस (महामारी) से कोई ऐसा बदलाव ना हो जहां आपके पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ज्यादा लीग मुकाबले हों.’
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32 साल के अश्विन ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इस महामारी के कारण क्रिकेट जल्दी शुरू होगा. उन्होंने कहा, ‘इसकी पूरी संभावना है, लेकिन मुझे नहीं पता कि निकट भविष्य में क्या होगा.’
अश्विन ने कहा कि वह खुद को टी20 क्रिकेट का ‘पेशेवर’ खिलाड़ी मानते हैं. लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा सफलता टेस्ट मैचों में मिली है. उन्होंने कहा, ‘अगर मेरे शरीर ने साथ दिया तो टेस्ट क्रिकेट में मैं एक और अच्छे सत्र का इंतजार कर रहा हूं. मुझे लगता है कि टी20 क्रिकेट में मैं काफी पेशेवर खिलाड़ी हूं. मैं जहां भी खेलूंगा, अपने अनुभव और जज्बे से अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा.’
उन्होंने कहा कि वह टेस्ट क्रिकेट को चार दिन की करने की आईसीसी की योजना का समर्थन नहीं करते. उन्होंने कहा, ‘चार दिवसीय क्रिकेट के बारे में सोचना मुझे उत्साहित नहीं करता है. मैं एक स्पिनर हूं और अगर आप एक दिन के खेल को निकाल लेते हैं तो मुझे पता है कि इसका अच्छा असर नहीं पड़ेगा. आप खेल के एक बहुत ही आकर्षक पहलू को निकाल रहे हैं.’