दिग्गज भारतीय बल्लेबाज एवं आईसीसी विश्व कप-2015 के ब्रांड एंबेसडर सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा अगले वर्ल्ड कप को 10 टीमों के बीच सीमित करना 'पीछे की ओर जाने' जैसा है. आईसीसी ने पिछले वर्ष दिसंबर में कहा था कि 2019 के विश्व कप में केवल 10 टीमें हिस्सा लेंगी. इसके बाद से ही आईसीसी की लगातार आलोचना हो रही है.
सचिन तेंदुलकर की आत्मकथा हिन्दी में लॉन्च
क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) की वेबसाइट के अनुसार जारी विश्व कप में संबद्ध टीमों जैसे आयरलैंड और अफगानिस्तान के प्रभावशाली प्रदर्शन को देखते हुए कई क्रिकेट प्रशंसकों ने आईसीसी के फैसले की आलोचना की है. तेंदुलकर के अनुसार विश्व कप में टीमों की संख्या कम करने से क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के मुहिम पर बुरा असर पड़ेगा.
तेंदुलकर ने कहा, 'आईसीसी का फैसला थोड़ा निराशाजनक है. एक क्रिकेट खिलाड़ी के तौर पर मैं चाहता हूं कि खेल को विश्व स्तर पर और पहचान मिले. आईसीसी का फैसला पीछे जाने की तरह है. टीमों की संख्या घटाने से इतर हमें यह सोचना चाहिए कि हम कैसे छोटी टीमों को और बढ़ावा दे सकते हैं.'
गौरतलब है कि कई मौकों पर छोटी टीमों ने विश्व कप में बड़े उलटफेर किए हैं. इसी विश्व कप में पिछले महीने आयरलैंड ने वेस्टइंडीज को हराकर चौंका दिया था. आयरलैंड ने 2011 में इंग्लैंड और 2007 विश्व कप में पाकिस्तान को भी हराया था. इसी प्रकार केन्या ने भी 2003 में 1996 की विश्व चैम्पियन टीम श्रीलंका को मात दी थी.
तेंदुलकर ने कहा, 'छोटी टीमों को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है कि आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, भारत, दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमें अपनी दूसरे दर्जे की टीमों को इन संबद्ध सदस्य देशों के दौरे पर भेजें और श्रृंखलाएं खेलें. इसका फायदा यह होगा कि हमें विश्व कप में 14 नहीं बल्कि 25 टीमें खेलने के लिए मिलेंगी.'
तेंदुलकर के अनुसार अगर अच्छे नतीजे मिलते हैं तो इससे क्रिकेट को विश्व स्तर पर और ज्यादा प्रशंसक मिलेंगे. तेंदुलकर ने उम्मीद जताई कि आईसीसी इस ओर ध्यान देगा.
इनपुट-IANS